आपने अक्सर बड़े-बुजुर्गों को कहते हुए सुना होगा कि हमें हमेशा पालथी मारकर यानी सुखासन की मुद्रा में बैठकर ही खाना खाना चाहिए। क्या कभी आपने उनसे इसके पीछे की वजह जानने की कोशिश की है या क्या आप जानते हैं कि वे आखिर इसी तरह बैठकर खाने की सलाह क्यों देते हैं? अगर नहीं, तो हाल ही में सेलिब्रिटी न्यूट्रीनिस्ट रुजुता दिवेकर (Rujuta Diwekar) ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक वीडियो शेयर कर इस सवाल का जवाब दिया है। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से-
रुजुता दिवेकर के अनुसार, हेल्दी रहने के लिए केवल हेल्दी खाना ही नहीं, बल्कि उसे सही ढंग से खाना भी बेहद जरूरी है। वहीं, जब आप फर्श पर क्रॉस लैग कर भोजन करते हैं, तो आपकी सेहत को कई तरह से फायदा पहुंचाता है।
क्या हैं फायदे?
- वीडियो में रुजुता दिवेकर बताती हैं कि सुखासन की मुद्रा में बैठकर खाने से आपका भोजन जल्दी और सही ढंग से पच पाता है। इस तरह बैठकर खाने से पेट में बेहतर रक्त प्रवाह होता है, जिससे सूक्ष्म पोषक तत्वों जैसे विटामिन बी 12, वीटामिन डी आदि बहेतर ढंग से अवशोषित होते हैं, साथ ही मेटाबॉलिज्म भी बूस्ट होता है।
- जो लोग क्रॉस लैग यानी पालथी मारकर जमीन पर बैठकर खाना खाते हैं, उनका वजन भी तेजी से कम होने लगता है। सेलिब्रिटी न्यूट्रीनिस्ट बताती हैं कि इस मुद्रा में बैठकर खाने से आप ओवर इटिंग से बच जाते हैं यानी आप केवल उतना ही खा पाते हैं, जितना उस वक्त आपकी बॉडी के लिए जरूरी होता है, इससे आप कम कैलोरी इंटेक करते हैं और इस तरह आपका वजन कंट्रोल में रहता है। साथ ही आपको अधिक खाने की आदत को नियंत्रित करने में भी मदद मिलती है।
- इस तरह बैठकर खाने खाने से आपका पोस्चर बेहतर होता है, आपके कंधे आगे की ओर झुकते नहीं हैं और आपकी रीढ़ की हड्डी भी संरेखित रहती है।
- इन सब के अलावा पालथी मारकर खाने से शरीर अधिक समय तक युवा और गतिशील बना रहता है। साथ ही आपकी बॉडी के निचले हिस्से की ताकत और स्थिरता भी बरकरार रखती है।
और भी हैं कई फायदे
इससे अलग सुखासन में बैठने के और भी कई फायदे हैं। जैसे- इस स्थिति में बैठने पर फ्लेक्सिबिलिटी-स्टेबिलिटी बढ़ती है, मन शांत रहता है, रोजाना इसे करने से चेहरे पर ग्लो आता है, साथ ही इससे चिंता, तनाव और मानसिक थकान भी दूर होती है।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।