भारत को डायबिटीज की राजधानी कहा जाता है। जैसे-जैसे डायबिटीज की बीमारी तेजी से फैल रही है वैसे ही इससे निपटने के हमारे प्रयास भी तेज होने चाहिए। भोजन की खराब आदतों की वजह से शुरू होने वाली इस बीमारी को कंट्रोल करने के लिए लाइफस्टाइल और खान-पान में तत्काल परिवर्तन करने इंटरनेशनल जर्नल लैंसेट में प्रकाशित ICMR के एक हालिया अध्ययन में कहा गया है कि भारत में 101 मिलियन डायबिटीज के मरीज़ है। इनमें से 136 मिलियन लोग प्रीडायबिटिक हैं या बीमारी होने की कगार पर हैं। भोजन की खराब आदतों की वजह से शुरू होने वाली इस बीमारी को कंट्रोल करने के लिए लाइफस्टाइल और खान-पान में तत्काल परिवर्तन करने की जरूरत है।
डायबिटीज को कंट्रोल करना है तो सबसे पहले हमारे तीन टाइम के खाने में शामिल अनाज के सेवन पर ध्यान देना जरूरी है।
डायबिटीज के मरीज ब्लड शुगर को कंट्रोल करना चाहते हैं तो डाइट में गेहूं की रोटी का सेवन करने से परहेज करें। डायबिटीज के मरीजों के लिए चीनी से ज्यादा नुकसानदायक है गेहूं की रोटी। डायबिटीज के मरीजों के लिए कार्बोहाइड्रेट के सेवन पर कंट्रोल करना बेहद जरूरी है। कार्बोहाइड्रेट का सेवन ब्लड शुगर को बढ़ाने में बेहद असरदार साबित होता है। गेहूं के आटे से बनी रोटियों में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है जिससे ब्लड शुगर का स्तर तेजी से स्पाइक करता है।
डायबिटीज कोच अनुपम घोष के मुताबिक जिन लोगों के ब्लड शुगर का स्तर हाई रहता है वो अगर डाइट को मॉडिफिकेशन करके खाएं तो आसानी से दो रोटी गेहूं के आटे की खाकर ब्लड शुगर को नॉर्मल रख सकते हैं। इसमें कोई दो राय नहीं कि गेहूं का आटा डायबिटीज को बढ़ाता है लेकिन अगर रोटी के साथ कुछ खास पोषक तत्वों को शामिल किया जाए तो आसानी से ब्लड शुगर को कंट्रोल किया जा सकता है। आइए जानते हैं कि गेहूं की रोटी कैसे ब्लड शुगर को बढ़ाती है, और शुगर को कंट्रोल करने के लिए कितनी मात्रा में गेहूं की रोटी खाएं कि शुगर कंट्रोल रहे।
गेहूं की रोटी कैसे ब्लड शुगर को बढ़ाती है?
गेहूं के आटे में कार्बोहाइड्रेट मौजूद होता है और इस आटे का ग्लाइसेमिक इंडेक्स ज्यादा भी होता है जिसका सेवन करने से ब्लड में शुगर का स्तर तेजी से बढ़ता है।डायबिटीज के मरीजों पर गेहूं का आटा बुरा असर करता है। शुद्ध गेहूं जब पूरे छिलके के साथ होती है तो उसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स 30 रहता है लेकिन जैसे ही इसे प्रोसेस्ड करके छिलके को हटाया जाता है वैसे ही इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स बढ़कर 70 पहुंच जाता है जो डायबिटीज मरीजों के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
डायबिटीज के मरीज अगर गेहूं की रोटी खाना चाहते हैं तो इस तरह करें सेवन:
डायबिटीज के मरीज अगर 50 ग्राम गेहूं की रोटी खाना चाहते हैं तो रोटी के साथ आप 150 ग्राम पनीर और 250 ग्राम सलाद का सेवन करें। सलाद में आप काली मिर्च का मसाला छिड़क कर खाएं। अगर आप गेहूं की रोटी खाना चाहते हैं तो आप डाइट में प्रोटीन,फाइबर और फैट को कॉम्बिनेशन करके खाएं। इन तीनों पोषक तत्वों का कॉम्बिनेशन आपके ब्लड में शुगर का स्तर गेहूं की रोटी खाने के बाद भी नॉर्मल बनाए रखेगा।