डायबिटीज एक ऐसी क्रॉनिक बीमारी है जिसके मरीजों की संख्या देश और दुनिया में तेजी से बढ़ रही है। डायबिटीज की बीमारी के लिए सिर्फ आनुवांशिक कारक ही जिम्मेदार नहीं है बल्कि हमारी खराब डाइट और बिगड़ता लाइफस्टाइल भी जिम्मेदार है। हमारी खराब जीवन शैली का ही नतीजा है कि ये बीमारी कम उम्र में भी लोगों को अपनी गिरफ्त में ले रही है। डायबिटीज की बीमारी एक बार लग जाए तो इसका जड़ से कोई इलाज नहीं किया जा सकता, इसे दवाईयों और खान-पान का ध्यान रखकर सिर्फ कंट्रोल किया जा सकता है।

डायबिटीज के मरीजों के लिए जरूरी है कि वो डाइट में कम कार्बोहाइड्रेट,कम वसा और मीठे से परहेज करें। डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए बॉडी को एक्टिव रखें और समय-समय पर ब्लड शुगर का टेस्ट करें। ब्लड शुगर बढ़ने पर बॉडी में उसके लक्षण दिखने लगते हैं लेकिन फिर भी एहतियात के तौर पर आपको अपनी ब्लड शुगर रेगुलर चेक करनी चाहिए।

अब सवाल ये उठता है कि ब्लड शुगर चेक करने के लिए सुबह, दोपहर या शाम कौन सा समय उचित है। Scientific Based Homeopathy Dr.Mandeep Dahiya के मुताबिक डायबिटीज के मरीजों की शुगर खाने के बाद अचानक से 250 से ऊपर चली जाती है। ब्लड शुगर का अचानक बढ़ना सेहत के लिए खतरा है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि किस समय ब्लड शुगर को टेस्ट करें और दिन भर ब्लड शुगर का कितना स्तर रहना चाहिए।

किस समय ब्लड शुगर चेक करना है उचित:

डायबिटीज के मरीजों के ब्लड शुगर में उतार-चढ़ाव आता रहता है। कुछ लोगों की सुबह के समय यानि उनकी फॉस्टिंग शुगर हाई होती है तो कुछ लोगों की खाने के बाद शुगर बढ़ने लगती है। एक्सपर्ट के मुताबिक ब्लड शुगर चेक करने के लिए निश्चत समय अंतराल का पालन करना चाहिए।

अगर आप भी ब्लड शुगर पर निगरानी रखना चाहते हैं तो खाने और नाश्ते से पहले ब्लड शुगर को चेक करें। अगर आप वर्कआउट करते हैं तो वर्कआउट करने से पहले और उसके बाद में ब्लड शुगर टेस्ट कर सकते हैं। रात में 3 बजे तक ब्लड शुगर का स्तर घटता और बढ़ता रहता है। आप रात को सोने से पहले ब्लड शुगर टेस्ट कर सकते हैं।

आयुफॉस्टिंग ब्लड शुगरखाने से पहले ब्लड शुगरखाने के दो घंटे बाद ब्लड शुगरसोते समय ब्लड शुगर
13 to 19 साल तक70 to 150 mg/d90 to 130 mg/dLUp to 140 mg/dL90 to 150 mg/dL
20 से ज्यादा उम्र तक70 to 100 mg/dL
70 to 130 mg/dL
180 mg/dL से कम
100 to 140 mg/dL