उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को देखते हुए सियासी घमासान जारी है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना पर दिए बयान के बाद सियासत गरमा गई है। AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने अखिलेश को इतिहास पढ़ने सलाह दे डाली है। इस बीच असदुद्दीन ओवैसी का वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा के साथ एक पुराना इंटरव्यू वायरल हो रहा है। इसमें ओवैसी से उनके मुलायम सिंह यादव को लेकर दिए गए बयान को लेकर सवाल पूछा गया था।
रजत शर्मा सवाल करते हैं, ‘आपने सिर्फ नरेंद्र मोदी साहब के लिए ही ऐसी भाषा का इस्तेमाल नहीं किया। आपने मुलायम सिंह यादव की भी बहुत सेवा की। आपने कहा कि ये मौलाना नहीं RSS के एजेंट मुलायम हैं।’ इस बयान पर सफाई पेश करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था, ‘समाजवादी पार्टी कब बनी? बाबरी मस्जिद की शहादत के मलबे के ऊपर समाजवादी पार्टी नींव रखी गई थी। हमेशा मुलायम सिंह यादव यही बात कहते रहे कि मैं मौलाना हूं। आपने देखा कि मुजफ्फरनगर में क्या हुआ? अखिलेश के सीएम बनने के बाद कितनी घटनाएं हुईं।’
ओवैसी का जवाब: असदुद्दीन ओवैसी ने आगे कहा, ‘समाजवादी पार्टी ने सत्ता में आने से पहले कहा था कि हम 16 फीसदी आरक्षण देंगे। विश्व हिंदू परिषद के नेताओं के साथ मुलाकात क्यों की? 2 घंटे की मुलाकात के दौरान वो क्या कर रहे थे? क्या कोई फिल्म देख रहे थे। आजमगढ़ में मुझे डेढ़ साल से जाने नहीं दिया जा रहा है। ऐसा मेरे साथ ही क्यों हो रहा है?’ रजत शर्मा इसके बाद कहते हैं, ‘आप आजमगढ़ में जाएंगे तो आग लगा देंगे।’ अपनी बात आगे रखते हुए ओवैसी बोलते हैं, ‘अगर मैं आग लगाता हूं या मुलायम सिंह यादव को नीचा दिखाता हूं तो ये वक्त तय करेगा।’
रजत शर्मा इसके बाद सवाल करते हैं, ‘आपने कहा कि दूसरों की ऐसी भाषा से ही आप सीखते हैं? क्या मुलायम सिंह यादव ने आपसे ऐसी भाषा का इस्तेमाल किया?’ इसके जवाब में ओवैसी ने कहा था, ‘मुलायम सिंह यादव को बात ही करना नहीं आता, वो क्या बात करेंगे?’ बता दें, असदुद्दीन ओवैसी ने अयोध्या से अपने चुनाव प्रचार का आगाज़ किया था। उन्होंने कहा था, ‘ये वो मजलिस नहीं जो 2017 में थी। इन 5 साल में मजलिस का पैगाम घर-घर तक पहुंच चुका है। मजलिस की कोशिश है कि मुस्लिमों की सियासी लीडरशिप बने। यहां हर बिरादरी की सियासी ताकत है।’