डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसके मरीजों की तादाद देश और दुनिया में तेजी से बढ़ रही है। डायबिटीज दो तरह की होती टाइप-1 और टाइप-2 डायबिटीज। दोनों तरह की डायबिटीज के लक्षणों की बात करें तो लगभग एक जैसे हैं। डाइप-1 और टाइप-2 डायबिटीज में मरीज को बार-बार यूरिन डिस्चार्ज होता है, बार-बार प्यास लगती है, घाव भरने में समय लगता है और आंखों से धुंधला दिखाई देता है।
डायबिटीज एक मेटाबॉलिज्म डिसआर्डर है जो पैंक्रियाज के इंसुलिन के कम उत्पादन या फिर इंसुलिन का उत्पादन नहीं होने के कारण होती है। इंसुलिन का कम उत्पादन ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ाता है। टाइट-2 डायबिटीज के मरीजों की संख्या देश और दुनिया में ज्यादा है। सेंटर्स फॉर डिज़िज़ कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के अनुसार, दुनियाभर में केवल 5 से 10% मरीज़ ही टाइप 1 डायबिटीज से पीड़ित हैं।
आप भी ब्लड में शुगर का स्तर कंट्रोल करना चाहते हैं डाइट पर कंट्रोल करें, बॉडी को एक्टिव रखें और कुछ असरदार देसी नुस्खों का सेवन करें। देसी नुस्खों से मतलब किचन में मौजूद मसालों से है जो तेजी से ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में असरदार साबित होते हैं। शुगर कंट्रोल करने के लिए आप दूध के साथ दालचीनी का सेवन करें। दालचीनी एक ऐसा मसाला है जो तेजी से शुगर को कंट्रोल करता है। आइए जानते हैं कि दालचीनी और दूध का सेवन कैसे शुगर को कंट्रोल करता है।
दालचीनी कैसे शुगर कंट्रोल करती है?
आयुर्वेद के मुताबिक दालचीनी एक ऐसा मसाला है जो शुगर को कंट्रोल करने में बेहद असरदार साबित होता है। एंटी ऑक्सिडेंट्स और एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुणों से भरपूर ये मसाल पोषक तत्वों से भरपूर है जो शुगर को कंट्रोल करने में असरदार है। इस मसाले में कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, पोटैशियम,बीटा कैरोटीन, अल्फा कैरोटीन, लाइकोपीन और विटामिन प्रचुर मात्रा में मौजूद होता है जो बॉडी को हेल्दी रखता है और ब्लड में शुगर के स्तर को कंट्रोल करता है।
दालचीनी का सेवन करने से डायबिटीज के मरीजों को इंफेक्शन का खतरा कम रहता है। हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक टाइप-2 डायबिटीज के मरीज अगर दालचीनी का सेवन दूध के साथ करें नैचुरल तरीके से इंसुलिन का निर्माण होगा और ब्लड शुगर कंट्रोल रहेगी।
दालचीनी का दूध कैसे तैयार करें:
शुगर कंट्रोल करने के लिए दालचीनी का दूध बनाना चाहते हैं तो सबसे पहले एक पैन में एक गिलास दूध डालें और उसमें दो चम्मच दालचीनी का पाउडर डालें और कुछ देर पकाएं। 5-7 मिनट तक दूध को अच्छे से पकाएं और फिर उसे छानकर उसका सेवन करें। आप इस दूध में चीनी नहीं मिलाएं। दूध गुनगुना होने पर उसका सेवन करें।