मुलायम सिंह यादव ने साल 2012 में समाजवादी पार्टी को बहुमत मिलने के बाद सीएम की कुर्सी बेटे अखिलेश यादव को दे दी थी। अखिलेश के सीएम बनने से कुछ लोग खुश थे तो कुछ नाराजगी भी ज़ाहिर कर रहे थे। यूपी के कद्दावर नेता रहे अमर सिंह का नाम भी ऐसे ही लोगों में शामिल है। शुरुआत में अमर सिंह काफी खुश थे, लेकिन बाद में उन्होंने अखिलेश का खुलेआम विरोध करना भी शुरू कर दिया था।
कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि अखिलेश ने कथिततौर पर अमर सिंह के लिए कड़वे शब्द इस्तेमाल किए थे। ऐसे ही सवालों के जवाब देते हुए अमर सिंह ने ‘एबीपी न्यूज़’ से बात करते हुए कहा था, ‘अखिलेश यादव को मेरे खिलाफ ऐसे शब्द निकालने में दो दशक लग गए। उनके पिता नहीं मैं उन्हें ऑस्ट्रेलिया लेकर गया था। अखिलेश के विवाह के विरोध में पूरा परिवार खड़ा था, लेकिन मैं अकेला उनके साथ खड़ा था।’
अखिलेश यादव पर क्या बोले अमर सिंह? अमर सिंह ने कहा था, ‘उनके विवाह में प्रधानमंत्री से लेकर राष्ट्रपति तक जितने लोग आए थे उनके साथ मैं मौजूद था। आज भी मैं अखिलेश के विवाह का एल्बम देखकर रो रहा था। मेरे घर में आज भी अखिलेश के विवाह का एल्बम पड़ा हुआ है। आप कहेंगे तो मैं ले आऊंगा। उसको देखिएगा, उस एल्बम का ऐसा कोई फ्रेम नहीं है जिसमें ‘दलाल’ नहीं है। मुझे इस बात से बहुत पीड़ा हुई है कि उन्होंने मेरे प्रति ऐसे शब्द इस्तेमाल किए हैं।’
मुलायम के कंधे पर लग गई थी चोट: मुलायम और अखिलेश यादव में से एक को चुनने पर अमर सिंह ने कहा था, ‘मैंने मुलामय सिंह से भी कहा था कि मुझे समाजवादी पार्टी में ले लें। मैंने औपचारिक रूप से कभी सपा जॉइन नहीं की थी। मैंने कभी मुलायम से टिकट मांगा। न मुझे राज्यसभा में जाना न कोई टिकट चाहिए। अखिलेश को पता है कि उनके पिता के कंधे में चोट लग गई थी तो आठ घंटे तक वह दर्द के मारे चीखते रहे थे। बात ये है कि मैं अखिलेश के साथ, लेकिन उसके पहले मैं मुलायम के साथ हूं।’