इंडियन प्रीमियर लीग 2022 (IPL 2022) से पहले मेगा ऑक्शन हुआ था। इससे पहले रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) ने 8 साल खेलने के बाद भी स्टार गेंदबाज युजवेंद्र चहल को रिटेन नहीं किया। मेगा ऑक्शन में फ्रैंचाइजी उन्हें खरीद नहीं पाई। राजस्थान रॉयल्स (RR)ने उन्हें खरीद लिया। चहल न खरीदे जाने के कारण आरसीबी से नाराज हो गए थे। उन्होंने फ्रेंचाइजी के कोच व अन्य सदस्यों से बातचीत तक बंद कर दी थी। स्टार लेग स्पिनर ने यूट्यूबर रणवीर अल्लाहबादिया के पॉडकास्ट पर इसके बारे में खुलासा किया।
युजवेंद्र चहल ने आरसीबी द्वारा नहीं खरीदे जाने पर कहा, “मुझे बहुत दुख हुआ। मेरा सफर आरसीबी से शुरू हुआ। मैंने उनके साथ 8 साल बिताए। आरसीबी ने मुझे मौका दिया और उनकी वजह से मुझे इंडिया कैप मिली। पहले मैच से ही विराट भैया ने मुझ पर भरोसा दिखाया। तो बुरा लगा, क्योंकि जब आप एक टीम में 8 साल बिताते हैं तो यह परिवार जैसा हो जाता है। बहुत सारी अफवाहें उड़ीं, जैसे मैंने बहुत बड़ी रकम मांगी। मैंने उस समय स्पष्ट किया था कि ऐसा कुछ भी नहीं था। मैं जानता हूं कि मैं किस लायक हूं।”
पहले मैच में किसी से बात नहीं की
युजवेंद्र चहल ने आगे कहा, “मुझे यह बात सचमुच बुरी लगी वह यह थी कि कोई फोन कॉल तक नहीं आया, कोई बातचीत नहीं हुई। कम से कम बात तो कर लेते। मैंने उनके लिए 114 मैच खेले थे। नीलामी में उन्होंने मुझसे वादा किया कि वे मुझे लेने की हर संभव कोशिश करेंगे। मैंने कहा, ठीक है। जब मुझे नहीं चुना गया तो मुझे बहुत गुस्सा आया। मैंने उन्हें 8 साल दिए। चिन्नास्वामी मेरा पसंदीदा मैदान था। मैंने आरसीबी के कोचों से बात नहीं की। मैंने उनके खिलाफ जो पहला मैच खेला, मैंने किसी से बात नहीं की।”
राजस्थान रॉयल्स को लेकर क्या बोले चहल
चहल 187 विकेट के साथ आईपीएल में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं और उन्होंने स्वीकार किया कि राजस्थान रॉयल्स (RR) में जाने से एक गेंदबाज के तौर पर उनमें सुधार हुआ क्योंकि उन्होंने डेथ ओवरों में गेंदबाजी करना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा, “मुझे एहसास हुआ कि नीलामी एक बहुत ही अप्रत्याशित जगह है। इसलिए मैंने मान लिया कि जो कुछ भी होता है, अच्छे के लिए होता है। आरआर में मैंने डेथ ओवरों में गेंदबाजी करना शुरू किया। आरसीबी में अक्सर मेरा कोटा 16 ओवर से पहले पूरा हो जाता था। इसलिए, मुझे लगता है कि मैं आरआर में एक क्रिकेटर के रूप में भी विकसित हुआ हूं। जो कुछ हुआ, अच्छे के लिए हुआ। “