भारत के पूर्व तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद ने उन आलोचकों की आलोचना की है जिन्होंने विराट कोहली को ‘स्वार्थी’ और ‘व्यक्तिगत उपलब्धियों के प्रति जुनूनी’ क्रिकेटर बताया है। वेंकटेश प्रसाद ने अपने एक्स हैंडल (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में अच्छे उद्देश्य को लेकर ‘स्वार्थी’ होने के लिए विराट कोहली की सराहना की।

विराट कोहली ने रविवार 5 नवंबर 2023 को सचिन तेंदुलकर के 49 वनडे शतकों के रिकॉर्ड की बराबरी की। उन्होंने अपने 35वें जन्मदिन पर 121 गेंदों पर नाबाद 101 रन बनाए। विश्व कप 2023 में कोलकाता के ईडन गार्डन में साउथ अफ्रीका के खिलाफ मैच में भारत ने कोहली की पारी की मदद से पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 5 विकेट पर 326 रन बनाए। इसके बाद गेंदबाजों ने साउथ अफ्रीकी टीम को 27.1 ओवर में महज 83 रन पर समेट दिया।

जहां कोहली ने अपनी बेहतरीन पारी के लिए प्रशंसा हासिल की, वहीं कुछ लोगों ने दावा किया कि वह स्वार्थी हैं और व्यक्तिगत लाभ के लिए खेल रहे हैं। तथाकथित आलोचकों ने पारी के अंत में कोहली द्वारा धीमी बल्लेबाजी करने की बात कही।

अजीब तर्क सुनने को मिल रहे हैं: वेंकटेश प्रसाद

विराट कोहली के समर्थन में खड़े होते हुए वेंकटेश प्रसाद ने एक्स पर लिखा, ‘विराट कोहली के स्वार्थी होने और व्यक्तिगत उपलब्धि के प्रति जुनूनी होने के बारे में अजीब तर्क सुनने को मिल रहे हैं। हां, कोहली स्वार्थी है, इतने स्वार्थी हैं कि एक अरब लोगों के सपनों को पूरा कर सकें।’

वेंकटेश प्रसाद ने आगे लिखा, ‘इतने स्वार्थी हैं कि इतना कुछ हासिल करने के बाद भी उत्कृष्टता के लिए प्रयास करते हैं, इतने स्वार्थी हैं कि नए मानक स्थापित कर सकें, इतने स्वार्थी हैं कि अपनी टीम की जीत सुनिश्चित कर सकें। हां, कोहली स्वार्थी हैं।’

विराट कोहली (Virat Kohli) ने रविवार को साउथ अफ्रीका के खिलाफ 119 गेंद में अपना शतक पूरा किया। यह वनडे फॉर्मेट में संयुक्त रूप से सबसे धीमा शतक है। उन्होंने तीसरी बार शतक बनाने के लिए 119 गेंदें खेलीं। विराट कोहली ने अपनी शतकीय पारी के दौरान 10 चौके लगाए और श्रेयस अय्यर (87 रन पर 77 रन) के साथ तीसरे विकेट के लिए 134 रन की साझेदारी की।