वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023 के फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया को खराब बल्लेबाजी का खमियाजा भुगतना पड़ा और कंगारू टीम ने रोहित शर्मा एंड कंपनी को 209 से हरा दिया और चैंपियन बनी। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने भी स्वीकार किया कि टीम की बल्लेबाजी अच्छी नहीं रही। भारतीय टीम पहली और दूसरी पारी में पूरी तरह से रन बनाने के लिए संघर्ष करती हुई नजर आई, लेकिन दूसरी पारी में खेल के पांचवें दिन तो हद ही हो गई।
भारत को जीत के लिए दूसरी पारी में 444 रन का लक्ष्य मिला था और इसके जबाव में भारत की शुरुआत भी अच्छी रही थी और 3 विकेट पर टीम इंडिया ने 93 रन बना लिए थे। चौथे दिन का खेल जब खत्म हुआ था तब तक भी भारत का स्कोर 3 विकेट पर 163 रन था, लेकिन इसके बाद पांचवें दिन पहले सत्र में कंगारू गेंदबाजी भारतीय बल्लेबाजों पर पूरी तरह से हावी हो गए। भारत का चौथा विकेट कोहली के रूप में पांचवें दिन जैसे ही गिरा अन्य बल्लेबाजों ने पूरी तरह से घुटने टेक दिए और इसके बाद विकेट की झड़ी सी लग गई।
कोहली के दूसरी पारी में 49 रन पर आउट होने के बाद रहाणे ने 46 रन बनाकर संघर्ष जरूर किया, लेकिन अन्य बल्लेबाजों का खराब प्रदर्शन जारी रहा और फिर टीम इंडिया के 7 विकेट 141 रन पर गिर गए। भारतीय टीम दूसरी पारी में 234 रन पर सिमट गई और टीम को 209 रन से हार मिली। यानी पांचवें दिन पहले सत्र में ही टीम इंडिया निपट गई और कहीं से भी ऐसा नहीं लगा कि टीम इंडिया ने जीत के लिए कोई संघर्ष किया।
भारतीय टीम की इस खराब बल्लेबाजी के बाद पूर्व भारतीय ओपनर बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने कहा कि पहले ही सत्र में इस तरह से आउट होना कहीं से भी सही नहीं था और उन्होंने भारतीय टीम के बल्लेबाजों के शॉट चयन पर ही सवाल उठा दिए। गावस्कर ने कहा कि हम टीम इंडिया वेस्टइंडीज जा रहा है और अगर हम उन्हें 2-0 या फिर 3-0 के हरा भी देते हैं तो इसका कोई महत्व नहीं है क्योंकि वो ज्यादा अच्छी टीम नहीं हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस फाइनल मुकाबले में जो कुछ हुआ वो सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है।