विनायक मोहनरंगन। बेहतरीन गेंदबाजी के अलावा श्रेयंका पाटिल का आत्मविश्वास भी उन्हें काफी प्रभावित करती है। इससे उन्होंने महान ऑलराउंडर एलिसा पेरी को वुमेंस प्रीमियर लीग (WPL)के पहले सीजन में प्रभावित किया था। पेरी ने श्रेयंका को स्पेशल स्टार बताया था। 2023 उनके लिए काफी शानदार रहा। डब्ल्यूपीएल में उन्हें मौका मिला। कैरेबियन प्रीमियर लीग में उन्होंने प्रभावित किया। फिर उन्होंने भारत के लिए डेब्यू किया।
साल काफी तेजी से बीता और श्रेयंका ने पर्पल कैप के साथ दूसरे सीजन का समाप्त किया। उन्होंने रविवार को अरुण जेटली स्टेडियम में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) को डब्ल्यूपीएल 2024 का चैंपियन बनने में मदद की। दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ फाइनल में श्रेयंका ने 12 रन देकर 4 विकेट लिए। उन्होंने पर्पल कैप अपने नाम किया।
श्रेयंका का सफर आसान नहीं था
हालांकि, श्रेयंका का सफर आसान नहीं था। उन्होंने टूर्नामेंट की शुरुआत काफी खराब की। बेंगलुरु में अपने घरेलू स्टेडियम में डब्ल्यूपीएल 2024 की शुरुआत करते हुए श्रेयंका लय में नहीं दिख रही थीं। चार मैच में उन्होंने सिर्फ दो विकेट लिए। इसके बाद मुंबई इंडियंस के खिलाफ मैच में उनके नॉन-बॉलिंग हाथ में हेयरलाइन फ्रैक्चर हो गया। इसके बाद उन्होंने शानदार वापसी की।
खराब प्रदर्शन के बाद कड़ी मेहनत
आरसीबी के सहायक कोच मालोलन रंगराजन ने कहा, ” उन्होंने खुद स्वीकार किया था कि उन्होंने टूर्नामेंट की शुरुआत उतनी अच्छी नहीं की, जितनी वह चाहती थीं। वह आगे आईं और बोलीं मैं अच्छी गेंदबाजी नहीं कर रही हूं। मैं क्या कर सकती हूं? वह समाधान भी लेकर आईं। हां, हमने इधर-उधर देखा, लेकिन यह उनका कैरेक्टर है। जब आप ऐसे लोगों को देखते हैं, तो आप जानते हैं कि कठिन समय पर ये कैरेक्टर बेहतरीन प्रदर्शन करेंगे।”
चोट के कारण दो मैचों में नहीं खेल पाईं
श्रेयंका चोट के कारण दो मैचों में नहीं खेल पाईं। वह मैच छोड़ना नहीं चाहती थीं, लेकिन उस ब्रेक के दौरान उन्होंने काम किया। मैलोलन ने कहा कि उन्होंने कुछ मैदान किराए पर लिए। गेंद रिलीज करने पर काम करते हुए सेंटर विकेट पर अभ्यास कराया। वह गेंद को उस तरह से रिलीज नहीं कर पा रही थीं जैसी वह चाहती थीं। श्रेयंका ने मैच की परिस्थितियों के अनुसार कोच के साथ काफी अभ्यास किया।
दिल्ली में श्रेयंका की किस्मत बदली
आरसीबी दिल्ली गई और श्रेयंका की किस्मत बदल गई। उन्होंने चार मैचों में 11 विकेट लिए। दो बार चार विकेट लिए। दोनों दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ। दोनों मैचों में उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई सुपरस्टार मेग लैनिंग को एलबीडब्ल्यू करके बड़ा विकेट लिया। एलिमिनेटर में उन्होंने 18वें ओवर में हरमनप्रीत कौर को आउट करके मुंबई इंडियंस के खिलाफ मैच को पलट दिया। इस विकेट ने आरसीबी को फाइनल में पहुंचा दिया।
लैनिंग का विकेट लेने के बाद श्रेयंका ने लोअर ऑर्डर को समेटा
खिताबी मुकाबले में अपने दूसरे ओवर में लैनिंग का विकेट लेने के बाद श्रेयंका ने लोअर ऑर्डर को समेट दिया। दिल्ली कैपिटल्स की पारी समाप्त होने के बाद श्रेयंका ने कहा, “विकेट से कुछ मदद मिल रही थी। अगर थोड़ा टर्न है। मैं इसका फायदा उठाना पसंद करूंगा। जब मैं विकेट पर टर्न देखती हूं तो मैं अलग ही गेंदबाज बन जाती हूं।”
योद्धा हैं श्रेयंका
मलोलन ने कहा, “जब हम उन्हें सेट-अप में लाए, तो आप देख सकते थे कि वह अपनी उम्र या अपने अनुभव के किसी व्यक्ति की तरह व्यवहार नहीं कर रही थीं। वह उससे ऊपर थीं। वह हमेशा तैयार रहती थीं। इस चीज की आपको तलाश होती हैं। हर किसी के पास स्किल होता है, लेकिन यह एक ऐसी लड़ाई है, जो आपके अंदर होती है। श्रेयंका के पास हमेशा से यह था। चोट के बावजूद वह खेलीं। यह दिखाता है कि वह योद्धा हैं।”