वनडे वर्ल्ड कप 2023 में 2 महीने से कम वक्त बाकी है। टीम इंडिया के लिए प्रमुख खिलाड़ियों की चोट के कारण मध्यक्रम चिंता का कारण बना हुआ है। मेजबान होने के कारण भारत घरेलू परिस्थितियों में खिताब जीतने के प्रबल दावेदारों में से एक हो सकता है, लेकिन दिग्गज ऑलराउंडर युवराज सिंह को रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम के चैंपियन बनने की संभावना पर संदेह है।
भारत 2011 में चैंपियन बना था तब युवराज प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट थे। जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें लगता है कि क्या टीम इंडिया का आईसीसी ट्रॉफी के लिए एक दशक लंबे इंतजार को खत्म हो सकता है, तो 41 वर्षीय पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि दबाव वाले मैचों में टीम संघर्ष करते दिख सकती है। उन्होंने राहुल द्रविड़ और रोहित शर्मा अहम सलाह दी। उन्होंने कहा कि दबाव वाले मैचों में एक्सपेरिमेंट नहीं होना चाहिए।
युवराज सिंह ने क्या कहा?
युवराज सिंह ने क्रिकेट बसु यूट्यूब चैनल पर कहा, ” मुझे नहीं पता निश्चित कि वे विश्व कप जीतेंगे या नहीं। मैं एक देशभक्त बनकर यह कह सकता हूं कि भारत जीतेगा क्योंकि मैं एक भारतीय हूं, लेकिन मुझे मध्यक्रम में ऋषभ पंत, केएल राहुल और श्रेयस अय्यर के चोटिल होने के कारण भारतीय टीम में काफी दिक्कत दिख रही हैं। तीन मुख्य खिलाड़ी घायल हैं। यदि इनका समाधान नहीं किया गया तो हम दबाव वाले मैचों में संघर्ष करेंगे। दबाव वाले मैचों में प्रयोग न करें।”
युवराज सिंह ने सूर्यकुमार यादव को लेकर क्या कहा?
युवराज सिंह ने 2011 वर्ल्ड कप का उदाहरण देते हुए कहा, “हमारे समय में हमारे पास गौती (गौतम गंभीर), सचिन (तेंदुलकर) और वीरू (वीरेंद्र सहवाग) जैसे बहुत अच्छे टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज थे। तब हमारे पास अच्छा मध्यक्रम था। अब शीर्ष क्रम ठीक है, लेकिन मध्यक्रम में काफी फेरबदल देखने को मिल रहा है। सूर्यकुमार का टी20 में प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है, लेकिन वनडे में उनका प्रदर्शन उतना अच्छा नहीं रहा है। यदि आप चाहते हैं कि वह एकदिवसीय क्रिकेट खेले तो आपको उसे और अधिक खिलाना होगा।”