21 फरवरी, 2020 को आखिरी बार ऑस्ट्रेलिया को महिला टी20 विश्व कप मैच में हार मिली थी। 1693 दिन बाद डिफेंडिंग डिफेंडिंग चैंपियंस को उस टीम का सामना करना है, जिसने उसे पिछली बार हराया था। महिला टी20 विश्व कप 2020 के पहले मैच में मेग लैनिंग की अगुआई वाली मेजबान ऑस्ट्रेलिया का सामना भारत से हुआ था।
भारतीय टीम की ओपनर शेफाली वर्मा की धमाकेदार पारी और उसके बाद पूनम यादव की धीमी लेग स्पिन गेंदबाजी ने महिला क्रिकेट की सबसे मजबूत टीम के लिए मुश्किलें खड़ी कर दीं। इस मैच के बाद टूर्नामेंट के शुरुआती चरणों में ऑस्ट्रेलिया थोड़ा डगमगाया। फिर बताया कि वह चैंपियन टीम क्यों है। फाइनल में जगह बनाई और मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में रिकॉर्ड भीड़ के सामने भारत को बुरी तरह हराया।
हरमनप्रीत कौर की टीम पर विजय रथ रोकने की जिम्मेदारी
सिड़नी में उस हार के बाद से, इस टूर्नामेंट में ऑस्ट्रेलिया अब लगातार 14 मैच जीत चुका है। उम्मीदें थीं कि संयुक्त अरब अमीरात की परिस्थितियां अन्य टीमों की तरह छह बार की चैंपियंस को परेशान करेंगी, लेकिन ग्रुप ए में तीन बड़ी जीत हासिल करके बताया कि वो सर्वश्रेष्ठ टीम क्यों हैं? अब इस विजय रथ को रोकने की जिम्मेदारी हरमनप्रीत कौर की भारत पर है।
वनडे में ऑस्ट्रेलिया का विजय रथ रोक चुका है भारत
भारतीय टीम के लिए कोई नई बात नहीं है। भारत पहले वनडे में ऑस्ट्रेलिया का विजय रथ रोक चुका है। टी20 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनका रिकॉर्ड बढ़िया नहीं है। 34 मैचों में से सिर्फ 7 जीत हैं। हालांकि, उनमें से दो जीत टी20 विश्व कप (2018 और 2020) के ग्रुप स्टेज में आई थीं। 2023 में भारत सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराने के बेहद करीब पहुंच गया था। इस साल जनवरी में उसने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डीवाई पाटिल स्टेडियम में 9 विकेट से जबरदस्त जीत दर्ज की। यह ऑस्ट्रेलिया की सबसे बड़ी हार में से एक थी, जिसमें तितास साधु ने चार विकेट लिए। इसके बाद स्मृति मंधाना और शेफाली वर्मा ने पहले विकेट के लिए 137 रन की साझेदारी की।
टूर्नामेंट में खराब शुरुआत के कारण भारत मुश्किल में
शारजाह में रविवार को भारतीय टीम को इन पलों से प्रेरणा लेनी होगी क्योंकि उसे जीत चाहिए। सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए उन्हें बड़ी जीत की भी आवश्यकता होगी। टूर्नामेंट में खराब शुरुआत के कारण भारत मुश्किल में है। न्यूजीलैंड के खिलाफ हार ने न केवल मनोबल को तोड़ा बल्कि उनके नेट रन रेट को भी भारी नुकसान पहुंचाया। पाकिस्तान के खिलाफ जीत मिली, लेकिन जैसे-तैसे। श्रीलंका के खिलाफ ही टीम तीनों विभागों में अच्छा करने में सफल रही।
शारजाह में खेलने का भारत को अनुभव नहीं
दुबई में तीन मैच खेलने के बाद भारत को उस मैदान पर ऑस्ट्रेलियाई टीम के शानदार प्रदर्शन को रोकने का प्रयास करना होगा, जहां टीम अभी तक नहीं खेली है। कंगारू टीम पहले ही दो मैच खेल चुकी है। ऑस्ट्रेलिया की अपनी कुछ चिंताएं हैं। दुबई में पाकिस्तान को हराने के दौरान कप्तान एलिसा हीली दाहिने पैर में गंभीर चोट लगने के कारण लंगड़ाते हुए बाहर गईं।
ऑस्ट्रेलिया टीम में गहराई
ऑस्ट्रेलिया की कोच शेली निश्चेके ने अपनी टीम की बैकअप योजनाओं या हीली के उपलब्ध होने के बारे में बहुत कुछ नहीं बताया, लेकिन टीम में गहराई है। दुनिया की नंबर 2 टी20 बल्लेबाज ताहलिया मैकग्राथ को हीली के बाहर होने पर कप्तान की भूमिका देखा जा सकता है। वह न्यूजीलैंड के खिलाफ नंबर 8 पर बल्लेबाजी करने आईं। उनके पास संभावित रूप से बल्लेबाजी की शुरुआत करने के लिए विस्फोटक ग्रेस हैरिस हैं और वर्तमान में दुनिया की नंबर 1 बल्लेबाज बेथ मूनी हैं, जो विकेट के पीछे अच्छा कर सकती हैं।
ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत को हल्के में नहीं ले रही
इसके बाद भी ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत को हल्के में नहीं ले रही है। इसे लेकर निश्चेके ने चेतावनी दी। कोच ने कहा, “मुझे लगता है कि वे हमारे खिलाफ बहुत कड़ी टक्कर देंगे, यही उनकी खेलने की शैली है। हमें निश्चित रूप से बहुत कड़ी मेहनत करनी होगी, खासकर गेंद के साथ पावरप्ले में… हम जानते हैं कि वे कितनी अच्छी टीम हैं।”
कीवी टीम क्वालिफाई करने की बेहतर स्थिति में
हरमनप्रीत की टीम के लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इसलिए भी अच्छा प्रदर्शन करना है क्योंकि न्यूजीलैंड ने शनिवार को श्रीलंका को आसानी से हरा दिया। कीवी टीम अब क्वालिफाई करने की बेहतर स्थिति में हैं क्योंकि उन्हें सोमवार को पाकिस्तान की कमजोर टीम से भिड़ना है। अगर ऑस्ट्रेलिया को भारत हरा भी देता है तो भी सोफी डिवाइन की टीम को सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए क्या करना होगा वह साफ-साफ पता होगा।
हरमनप्रीत ने श्रीलंका के खिलाफ धुआंधार प्रदर्शन किया
भारतीय गेंदबाजी इकाई लापरवाही दिखाने का जोखिम नहीं उठा सकती क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई बैटिंग लाइनअप काफी बढ़िया है। बल्लेबाजी में, शैफाली और स्मृति को एक बार फिर एक स्टेज तैयार करना होगा। हरमनप्रीत ने श्रीलंका के खिलाफ धुआंधार प्रदर्शन किया, लेकिन उन्हें अपने पसंदीदा विरोधियों के खिलाफ प्रदर्शन को और उठाना होगा। भारतीय कप्तान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि वो न्यूजीलैंड और पाकिस्तान के बीच क्या होता है,इसके बारे में ज्यादा कुछ नहीं कर सकतीं, इसलिए महत्वपूर्ण बात यह है कि वर्तमान में रहें और देखें कि ऑस्ट्रेलिया को कैसे हरा सकती हैं। कहना आसान है और करना मुश्किल, लेकिन अगर कोई वास्तव में बड़े मंच पर ऑस्ट्रेलियाई टीम को परेशान कर सकता है, तो वह भारतीय टीम है।
