AUS vs SA Gaba Test: ब्रिस्बेन (Brisbane) के गाबा (Gabba) में ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका (Australia vs South Africa) के बीच टेस्ट दो दिन के अंदर खत्म हो गया। गाबा की विकेट (Gabba Pitch) बल्लेबाजों के लिए कितनी खराब थी इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पहली पारी में साउथ अफ्रीका (South Africa) की टीम 152 पर ऑल आउट हो गई। इसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया (Australia) की टीम 218 रन पर ऑल आउट हो गई। प्रोटियाज टीम (Proteas Team) दूसरी पारी में 99 पर ही सिमट गई। ऑस्ट्रेलिया (Australia) की टीम ने 34 रन बनाने में 4 विकेट गंवा दिए।
गाबा की विकेट (Gabba Pitch) पर टीम इंडिया (Team India) के पूर्व ओपनर वीरेंद्र सहवाग (Virendra Sehwag) भड़क गए। उन्होंने अंग्रेजों पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने ट्वीट करके कहा कि भारत (Team India) में ऐसा होता कहा जाने लगता कि टेस्ट क्रिकेट (Test Cricket) खत्म हो गया।
ऑस्ट्रेलिया (Australia) और इंग्लैंड (England) की टीमें भारत या किसी एशियाई देशों में आती हैं और स्पिनिंग विकेट दे दिया जाता है तो माइकल वॉन (Micheal Vaughan) और नासिर हुसैन (Naseer Hussain) जैसे इन देशों के पूर्व क्रिकेटर हो हल्ला माचने लगते हैं। पिच को लेकर ज्ञान देने लगते हैं। वीरेंद्र सहवाग (Virendra Sehwag) के अलावा वसीम जाफर (Wasim Jaffer) ने भी ट्वीट करके गाबा की विकेट (Gabba Pitch) पर निशाना साधा है।
वीरेंद्र सहवाग ने क्या कहा? (What Virendra Sehwag Said)
गाबा की विकेट (Gabba Pitch) पर वीरेंद्र सहवाग (Virendra Sehwag) ने ट्वीट करके कहा, ” 142 ओवर और 2 दिन भी नहीं चला और वे किस तरह की पिच बनाने की जरूरत है, इस पर लेक्चर देते हैं। अगर ऐसा भारत में होता तो इसे टेस्ट क्रिकेट का अंत, टेस्ट क्रिकेट को बर्बाद करने और न जाने क्या-क्या कहा जाता। काफी पाखंड है।”
वसीम जाफर का ट्वीट (Wasim Jaffer Tweet)
वसीम जाफर (Wasim Jaffer) ने ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका (Australia vs South Africa) मैच पर मीम शेयर किया और कहा, ” यदि उपमहाद्वीप में कोई टेस्ट 2 दिनों में समाप्त हो जाता,तो प्रतिक्रिया बिल्कुल अलग होती।” हाल ही में पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच टेस्ट मैच के बाद रावलपिंडी की पिच (Rawalpindi Pitch) को डीमेरिट प्वाइंट दिया गया था। अब देखने वाली बात होगी कि क्या इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) गाबा की पिच को खराब रेटिंग देखा।
