टीम इंडिया के पूर्व विस्फोटक ओपनर वीरेंद्र सहवाग ने खुलासा किया कि कैसे पूर्व कोच रवि शास्त्री और लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर ने 2007 में इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के पहले सत्र को खेलने के लिए मेंस क्रिकेट टीम के कुछ मुख्य खिलाड़ियों से संपर्क किया था। उस समय टीम इंडिया के खिलाड़ियों के लिए टी20 क्रिकेट नया था। टीम पहले टी20 विश्व कप का खिताब जीती थी। ऐसे में भारतीय खिलाड़ियों ने नहीं सोचा था आईपीएल के इतना बड़ा ब्रांड बनेगा।

रवि शास्त्री और सुनील गावस्कर ने खिलाड़ियों इसे लेकर भरोसा दिलाया था। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की पहली नीलामी फरवरी 2008 में हुई थी। तब टीम इंडिया के बड़े नामों में से एक वीरेंद्र सहवाग समेत अन्य खिलाड़ियों को इसके बारे में पहली ऑस्ट्रेलिया के 2007/08 के दौरे पर पता चला था। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL)के 15 पूरा होने पर स्टार स्पोर्ट्स ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित किया।

ऑस्ट्रेलिया में मिली थी जानकारी

इस दौरान वीरेंद्र सहवाग ने कहा, “मैं उस दिन को कभी नहीं भूल सकता जब हमें पहली बार जानकारी दी गई थी। हम ऑस्ट्रेलिया में थे। सुनील गावस्कर और रवि शास्त्री ने हमसे संपर्क किया और कहा कि इंडियन प्रीमियर लीग नाम की एक चीज होने जा रही है और वे हमें अपने सभी अधिकार देने के लिए कह रहे हैं।”

दोनों दिग्गजों ने बताया आईपीएल कैसा होगा

दोनों दिग्गजों ने बताया कि आईपीएल कैसा होगा और भारतीय टीम के वरिष्ठ सदस्यों ने उनकी बातों पर अपना विश्वास जताया। वीरेंद्र सहवाग ने कहा, “उन्होंने सुनिश्चित किया कि हम समझें कि यह भविष्य में एक बहुत बड़ी लीग बनने जा रही है। आप इस लीग को जो भी अधिकार देते हैं, आप अभी जितना कमा रहे हैं, उससे कहीं अधिक कमा रहे होंगे। बेशक पैसा सेकेंड्री फैक्टर था, लेकिन उस समय हमने कभी नहीं सोचा था कि यह इतना बड़ा मंच बन जाएगा जहां नए खिलाड़ियों को मौका मिलेगा और वे हमारी जगह ले लेंगे।”