वीरेंद्र सहवाग अपने जमाने में गेंदबाजों की बखिया उधेड़ने के लिए जाने जाते हैं। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद वे अब सोशल मीडिया पर अपने हंसी-मजाक और तंज वाले पोस्ट के कारण पॉपुलर हो चुके हैं। सहवाग ने 2004 में आरती अहलावत से शादी की थी। शादी के बाद उनके खेल में तो कोई बदलाव नहीं आया, लेकिन निजी जीवन में काफी बदलाव हुए। इस बारे में सहवाग ने खुद ही एक इंटरव्यू में विस्तार से बताया था।
सहवाग ने विक्रम साठिया के शो वॉट द डक (What The Duck) के सीजन 2 में कई बातों का खुलासा किया था। विक्रम ने सहवाग से पूछा कि मैंने आपको की आंखों में कभी खौफ नहीं था। शोएब अख्तर या वसीम अकरम का सामना करते हुए भी नहीं। लेकिन एक बार जब हम प्लेन से उड़ रहे थे और बारिश हो रही थी। इस समय प्लेन हिल रही थी। इस पर सहवाग ने कहा, ‘‘मरने से सबको लगता है। पता नहीं वो कभी हिलता हुआ नीचे गिर जाए। मुझे जहाज में बैठकर जाना बिल्कुल पसंद नहीं है।’’
सहवाग ने कहा, ‘‘एक बार हमलोग दिल्ली से दुबई जा रहे थे। 1998 की बात है। हमारा जहाज 1000 फीट नीचे गया। उसमें बैठे सभी लोग आई-मम्मी बोल रहे थे। उस समय एहसास हुआ कि मां कितनी महत्वपूर्ण है। हमें कुछ भी होता है तो मां को याद करते हैं। कुछ किस्से ऐसे घटे हैं, जब डर लगा था। तब मैं जवान था। इतना फर्क नहीं पड़ता था। समय के साथ डर बढ़त चला गया। जब शादी हुई और बच्चे हुए, डर बढ़ता गया। पहले मुझे ऊंचाई से भी डर नहीं लगता था। अब तो लिफ्ट में जाने में भी डर लग जाता है। लिफ्ट जब ऊपर जाती है तो डर लगता है। डर चीज ही यही है। मैंने बहुतों को डरते हुए देखा है।’’
सहवाग ने एक और किस्सा सुनाते हुए कहा, ‘‘एक बार हम लोग जोहानिसबर्ग से डरबन जा रहे थे, वर्ल्ड कप 2003 के लिए। बहुत काले बादल थे। बारिश हो रही थी।’’ सहवाग ने बताया, ‘‘लगभग सवा-डेढ़ घंटे की फ्लाइट थी। पूरे समय फ्लाइट हिलती रही। ना पानी ना खाना, कुछ सर्व नहीं हुआ। जॉन राइट उस समय पूरे समय जीसस को याद करते रहे थे। ओ जीसस हेल्प मी। ओ जीसस हेल्प मी।’’