विराट कोहली ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2021 का यूएई चरण शुरू होने से पहले घोषणा की थी कि टूर्नामेंट के बाद वह रॉयल चैलेंजर्स बंगलौर (आरसीबी) की कप्तानी छोड़ देंगे। उनके इस फैसले को अपनी अगुआई में पिछले 8 साल में आरसीबी को एक बार भी आईपीएल चैंपियन नहीं बना पाने की असमर्थता के कारण के रूप में देखा गया था। अब कोहली ने कप्तानी छोड़ने की असली वजह का खुलासा किया है।
एक खेल वेबसाइट से बातचीत में कोहली ने इस तथ्य पर जोर दिया कि वह कप्तान और बल्लेबाज की दोहरी भूमिका में अपना 100 प्रतिशत देने में सक्षम नहीं थे। यह चीज उन्हें दयनीय स्थिति में डाल रही थी। आरसीबी कप्तान के रूप में कोहली की यात्रा तब खत्म हो गई, जब उन्हें एलिमिनेटर में कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ चार विकेट से हार का सामना करना पड़ा।
उन्होंने कहा, ‘एक बात यह है कि जब आपको कप्तानी की पेशकश की जाती है तो आप इसे नहीं लेना चाहते, क्योंकि तब आप अपने खेल पर ध्यान देना चाहते हैं। एक और बात यह है कि आपने वास्तव में ऐसा किया, खुद को 7-8 साल साबित किया और अब यह पद छोड़ना पूरी तरह से समझ में आता है।’
कोहली ने कहा, ‘जैसा कि मैंने कहा, मैं 80 प्रतिशत पर काम नहीं करना चाहता था। उस टीम का माहौल तकलीफदेय नहीं होने देना चाहता था, जहां मैं अपनी पूरी ऊर्जा को बहुत व्यवस्थित और ईमानदारी से नहीं दे सकता। मैं हमेशा से ऐसा ही रहा हूं।’
उन्होंने कहा, ‘मैं अपने आस-पास एक ऐसा ढांचा नहीं बनाना चाहता था, जहां मुझे लगे कि मैं खुद मैदान पर सक्षम नहीं हूं, क्योंकि एक खिलाड़ी के रूप में मेरा काम सबसे पहले यह सुनिश्चित करना है कि टीम को योगदान देने के लिए मैं अपने दिमाग के सबसे अच्छे फ्रेम में रहूं।’
कोहली ने कहा, ‘जैसे एबी ने कहा, यह कोई स्वार्थ वाली बात नहीं है। आप वास्तव में जो करना चाहते हैं वह है टीम के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देना। संभावित रूप से एक और व्यक्ति है जिसके पास ताजा ऊर्जा है, उस संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए विचारों का ताजा सेट है और आप अब भी टीम के भीतर लीडर बने रहेंगे, जैसे युवाओं को प्रेरित करना, टीम के लिए सही काम करना।’
विराट ने कहा, ‘बाहर क्या माना जाता है और वास्तविकता क्या है, दो अलग-अलग चीजें हैं। एक बिंदु से परे आप यह सोचना भी नहीं चाहते कि लोग आपके फैसलों को क्या समझ रहे हैं, क्योंकि उन्हें पता ही नहीं है आप क्या अनुभव कर रहे हैं।’
एबी डिविलियर्स ने कोहली के कप्तानी छोड़ने के फैसले का समर्थन किया है। डिविलियर्स ने कहा कि कोहली का फ्रैंचाइजी की कप्तानी छोड़ने का फैसला स्वार्थीपन नहीं, बल्कि नहीं, सके ठीक विपरीत है। उन्होंने कहा, ‘मैं भी पहले इस नाव पर सवार हो चुका हूं। वह (कोहली) जो महसूस कर रहा है, जो कर रहा है, उससे मैं समझ सकता हूं।’
विराट कोहली आईपीएल 2021 में 15 मैच में 28.92 के औसत से 405 रन ही बना पाए। इस दौरान उनका उच्चतम स्कोर नाबाद 72 रन रहा। उन्होंने टूर्नामेंट के दौरान 3 अर्धशतक लगाए। आईपीएल 2020 में उन्होंने 15 मैच में 42.36 के औसत से 466 रन बनाए। तब उनका उच्चतम स्कोर नाबाद 90 रन रहा था। उन्होंने पिछले सीजन में भी 3 अर्धशतक लगाए थे।