भारतीय क्रिकेट के सुनहरे दौर के प्रतीक, विराट कोहली फिर सुर्खियों में हैं। इस बार चर्चा उनके बल्ले की धमक या रिकॉर्ड तोड़ने की उपलब्धियों की नहीं, बल्कि टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की अटकलों की है। शनिवार को इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट ने क्रिकेट प्रेमियों के दिलों की धड़कनें बढ़ा दीं, जिसमें कहा गया कि कोहली ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को टेस्ट क्रिकेट से अलविदा कहने की अपनी इच्छा जता दी है। यह खबर उस समय आई जब भारतीय टीम नए विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) चक्र की शुरुआत के लिए तैयार हो रही है, जिसमें इंग्लैंड के खिलाफ 20 जून से लीड्स में पांच टेस्ट मैचों की महत्वपूर्ण श्रृंखला खेली जानी है।

BCCI की अपील और कोहली का मौन

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, BCCI चाहता है कि कोहली इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट श्रृंखला में हिस्सा लें। बोर्ड ने उनसे इस फैसले पर जल्दबाजी न करने और समय लेने का अनुरोध किया है। NDTV से बात करते हुए एक वरिष्ठ BCCI अधिकारी ने इस खबर की पुष्टि की और कहा, “विराट अभी भी शारीरिक रूप से पूरी तरह फिट हैं और खेल के प्रति उनकी भूख बरकरार है। ड्रेसिंग रूम में उनकी मौजूदगी पूरी टीम का हौसला बढ़ाती है। हमने उनसे इस फैसले पर थोड़ा समय लेने का अनुरोध किया है।”
कोहली की फिटनेस और जुनून को देखते हुए, यह समझना मुश्किल नहीं कि BCCI उन्हें क्यों रोकना चाहता है। कोहली न केवल एक बल्लेबाज के रूप में मैदान पर प्रभाव डालते हैं, बल्कि उनकी नेतृत्व क्षमता और अनुभव युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। लेकिन कोहली ने अभी तक इस मामले पर कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया है, जिससे क्रिकेट प्रशंसकों की बेचैनी और बढ़ गई है।

कप्तानी की मांग और BCCI का फैसला

इन अटकलों के बीच, TOI की एक और रिपोर्ट ने नया मोड़ ला दिया। खबर है कि कोहली ने BCCI से टेस्ट टीम की कप्तानी दोबारा सौंपने का अनुरोध किया था। हालांकि, बोर्ड ने इस मांग को ठुकरा दिया। BCCI का मानना है कि भविष्य को ध्यान में रखते हुए एक युवा नेता को जिम्मेदारी सौंपनी चाहिए, और इस दौड़ में शुभमन गिल का नाम सबसे आगे है।

रिपोर्ट में कहा गया, “नया WTC चक्र शुरू हो रहा है। टीम के भविष्य और निरंतरता को ध्यान में रखना जरूरी है। कोच गौतम गंभीर भी उन खिलाड़ियों के साथ लंबे समय तक काम करना चाहेंगे, जिनके साथ वह एक स्थिर टीम बना सकें। इस महत्वपूर्ण श्रृंखला के लिए कोई अस्थायी समाधान नहीं हो सकता। पिछले दो सीरीज में टीम का प्रदर्शन आदर्श नहीं रहा है, और इंग्लैंड के खिलाफ यह श्रृंखला बेहद महत्वपूर्ण है।”

रोहित शर्मा का संन्यास और युवा खिलाड़ियों पर जिम्मेदारी

इससे पहले भारतीय टेस्ट कप्तान रोहित शर्मा ने बुधवार को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर सभी को चौंका दिया था। अब अगर कोहली भी इस दिशा में सोच रहे हैं, तो भारतीय टेस्ट बल्लेबाजी की जिम्मेदारी पूरी तरह से युवा खिलाड़ियों के कंधों पर आ जाएगी। शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल और ऋषभ पंत जैसे युवा खिलाड़ी भले ही प्रतिभाशाली हों, लेकिन कोहली और रोहित जैसे दिग्गजों की अनुपस्थिति में उनकी असली परीक्षा होगी।

गौतम गंभीर का नया दृष्टिकोण

रिपोर्ट्स के मुताबिक कोच के रूप में गौतम गंभीर की नियुक्ति ने भारतीय टेस्ट क्रिकेट में एक नया अध्याय शुरू किया है। गंभीर का मानना है कि भविष्य की टीम को अभी से तैयार करना होगा। उनकी रणनीति में युवा खिलाड़ियों को मौके देना और एक ऐसी टीम बनाना शामिल है जो अगले कुछ वर्षों तक स्थिर और सफल रहे। हालांकि गौतम गंभीर ने यह बातें किसी सार्वजनिक प्लेटफॉर्म पर नहीं बोलीं हैं। लेकिन कोहली जैसे अनुभवी खिलाड़ी की अनुपस्थिति में यह योजना कितनी कारगर होगी, यह देखना बाकी है।