विराट कोहली ने वर्ल्ड कप 2023 के सेमीफाइनल में अपना 50वां वनडे शतक पूरा किया। वह मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर आगे निकले। उन्होंने यह उपलब्धि तेंदुलकर के गढ़ में हासिल की। वानखेड़े क्रिकेट स्टेडियम इंडियन क्रिकेट और सचिन तेंदुलकर के बाद विराट कोहली के लिए खास बन गया। वानखेड़े ही नहीं 15 नवंबर भी दोनों खिलाड़ियों के लिए खास बन गया।
मुंबई का वानखेड़े स्टेडियम सचिन तेंदुलकर का होम ग्राउंड है। इस मैदान पर भारतीय टीम 2011 में 28 साल का सूखा खत्म करके वर्ल्ड चैंपियन बनी थी। तेंदुलकर और कोहली दोनों महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई वाली टीम का हिस्सा थे। तेंदुलकर ने इसी स्टेडियम में अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच खेला था। वेस्टइंडीज के खिलाफ नवंबर 2013 में खेला था। यह उनके टेस्ट करियर का 200वां मैच भी था।
2011 वर्ल्ड कप फाइनल की तेंदुलकर-कोहली की फोटो
2011 वर्ल्ड कप फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर के आउट होने के बाद टीम इंडिया दबाव में थी। वानखेड़े में खामोशी छाई हुई थी। गौतम गंभीर का साथ देने मैदान पर कोहली से तेंदुलकर ने पवेलियन जाते वक्त बात की थी। कोहली ने बड़ी पारी नहीं खेली, लेकिन गंभीर के साथ मिलकर टीम इंडिया को संभाला।
वानखेड़े में ही तेंदुलकर की बराबरी कर सकते कोहली
टीम इंडिया चैंपियन बनी तेंदुलकर को कोहली ने कंधे पर घुमाया। इसके बाद भारतीय क्रिकेट के भार को अपने कंधों पर ढोते आ रहे हैं। वानखेड़े में तेंदुलकर से आगे निकले। कोहली के पास वानखेड़े में ही तेंदुलकर की बराबरी का मौका था, लेकिन श्रीलंका के खिलाफ वह शतक नहीं जड़ पाए थे। उन्होंने ईडन गार्डन में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 49वां शतक लगाया था।
कोहली और तेंदुलकर के लिए खास है 15 नवंबर
15 नवंबर का दिन भारतीय क्रिकेट के दो दिग्गज सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली के खास बन गया। सचिन तेंदुलकर ने पाकिस्तान के खिलाफ कराची में टेस्ट मैच के दौरान 15 नवंबर 1989 को इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था। उन्होंने इंटरनेसनल क्रिकेट में आखिरी बार बल्लेबाजी की थी। अब विराट कोहली ने 15 नवंबर को 50वां शतक जड़ा। कोहली ने जब यह ऐतिहासिक शतक जड़ा तब लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर और कैरेबियाई दिग्गज विवियन रिचर्ड्स मौजूद थे।