टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने 2008 में डेब्यू किया था। वे सचिन तेंदुलकर को अपना आदर्श मानते हैं। अंडर-19 वर्ल्ड कप जीतने के बाद उन्हें आईपीएल में खेलने का मौका मिला, लेकिन वे सचिन की टीम में नहीं थे। जब कोहली को आईपीएल के बाद भारतीय टीम में चुना गया तो वे दिग्गज बल्लेबाज से मिलने के लिए बैचेन थे। इसके लिए कोहली ने दो दिन तक तैयारी भी की थी, लेकिन उनकी तैयारियों पर टीम इंडिया के कुछ खिलाड़ियों ने पानी फेर दिया।

कोहली ने इस बात का खुलासा एक इंटरव्यू में किया। स्पोर्ट्स एंकर गौरव कपूर ने दो साल पर यूट्यूबर चैनल ‘ऑकट्री स्पोर्ट्स’ पर कोहली के इंटरव्यू का वीडियो पोस्ट किया था। उसमें कोहली ने कहा था, ‘‘सचिन से मेरी पहली मुलाकात हास्यास्पद थी। मैंने इस बात के लिए दो दिन तक तैयारी की थी कि मुझे सचिन तेंदुलकर से मिलना है। इस बात की खबर टीम के किसी खिलाड़ी को लग गई। मैंने किसी न किसी से कहा था कि मुझे बहुत घबराहट हो रही है। टीम के साथियों ने प्लान बनाया कि जो भी खिलाड़ी टीम में पहली बार आता है वो सचिन पाजी के सामने माथ टेकता है। मैं उनकी बात मान गया।’’

कोहली ने आगे कहा, ‘‘मैं सचिन पाजी के सामने गया और नीचे झुकने लगा तो उन्होंने मुझे रोक लिया और पूछा- ये क्या कर रहे हो? इस पर मैंने कहा कि इनलोगों ने कहा कि आकर आपके पैरों में माथा टेकना होता है। फिर सचिन पाजी ने कहा कि ये लोग तुम्हारी टांग खींच रहे हैं। ऐसा कुछ नहीं है। उनसे मेरी पहली मुलकात ये थी। ऐसा करने के लिए युवी पाजी (युवराज सिंह), मुनाफ पटेल, इरफान पठान और भज्जु पा (हरभजन सिंह) ने कहा था। मुनाफ पटेल ने सबसे ज्यादा जोर दिया था। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं किया तो देख ले तेरा क्या होगा। हम कोई गारंटी नहीं लेते। ये तो करना ही होगा।’’

कोहली ने कहा, ‘‘इस घटना से पहले मैंने सचिन पाजी को चेंज रूम में देखा था। वे मेरे सामने बैठकर अपने सामानों को ठीक कर रहे थे। मैं बस उन्हें देखे जा रहा था। मुझे यह मानने में वक्त लग रहा था कि क्या यह सही है या बीच में कोई टीवी है।’’ सचिन से तुलना पर विराट ने कहा, ‘‘उनसे मेरी तुलना हो नहीं सकती। मेरी तुलना लोग ऐसे इंसान से करते हैं जिसे देखकर मैं क्रिकेट खेलना शुरू किया। स्किल लेवल में उनसे मेरा कोई मुकाबला ही नहीं। मोस्ट कंपलीट बैट्समैन हैं वो। तुलना करना उनके साथ सही नहीं होगा। इस पीढ़ी से तो बिल्कुल नहीं।’’