भारतीय क्रिकेट टीम को 18 से 22 जून तक न्यूजीलैंड के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला खेलना है। इस दौरान कई रिकॉर्ड्स भी टीम इंडिया के निशाने पर होंगे। विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे दिग्गज खिलाड़ियों के पास कीर्तिमान स्थापित करने का मौका होगा। आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल में 21 साल से कोई भारतीय कप्तान शतक नहीं लगा सका है। कोहली के पास इस सूखे को खत्म करने का मौका होगा।
भारत के तरफ से आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल में अब तक एक ही शतक लगा है। टीम इंडिया 9 बार फाइनल में पहुंची है। उसे 5 बार जीत मिली है। चैंपियंस ट्रॉफी 2002 में भारत और श्रीलंका की टीमें संयुक्त विजेता बनी थीं। बारिश के कारण फाइनल पूरा नहीं हो सका था। आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल में भारत के सर्वोच्च स्कोरर की बात की जाए तो 1983 वर्ल्ड कप के फाइनल में कृष्णम्माचारी श्रीकांत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 38 रन बनाए थे। इसके बाद सौरव गांगुली ने चैंपियंस ट्रॉफी (आईसीसी नॉकआउट ट्रॉफी) 2000 में न्यूजीलैंड के खिलाफ 117 रन बनाए थे।
2002 चैंपियंस ट्रॉफी में श्रीलंका से फाइनल बारिश के कारण दो बार खेला गया। फिर भी पूरा नहीं हो सका था। पहले फाइनल में वीरेंद्र सहवाग ने 13 और दूसरे में 25 रन बनाए थे। 2003 वर्ल्ड कप के फाइनल में सहवाग ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 82 रन, 2007 टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में पाकिस्तान से मैच में गौतम गंभीर ने 75 रन, श्रीलंका के खिलाफ 2011 वर्ल्ड कप के फाइनल में गंभीर ने 97 रन, विराट कोहली ने चैंपियंस ट्रॉफी 2013 के फाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ 43 रन, कोहली ने 2014 टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ 77 रन और हार्दिक पंड्या ने 2017 चैंपियंस ट्ऱॉफी के खिताबी मुकाबले में पाकिस्तान के खिलाफ 76 रन ठोके थे।
टीम इंडिया 2017 के बाद आईसीसी टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची है। कोहली अगर शतक लगा देते हैं तो वे गांगुली के बाद फाइनल में शतक लगाने वाले दूसरे कप्तान होंगे। उनके निशाने पर गांगुली को पीछे छोड़ने का भी अवसर होगा। इसके लिए उन्हें 118 रन बनाने होंगे। वहीं, ओपनर के तौर पर गांगुली के नाम ही सर्वोच्च स्कोर बनाने का रिकॉर्ड होंगे। उन्होंने 117 रन बतौर ओपनर ही बनाए थे। रोहित शर्मा के मौजूदा फॉर्म को देखकर यह लग रहा है कि वे गांगुली का रिकॉर्ड अपने नाम कर सकते हैं।