एडिलेड में गुलाबी टेस्ट के तीसरे दिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की बल्लेबाजी की चर्चा का विषय बन गई है। शायद ही कभी किसी टीम को टेस्ट के पहले दो दिनों में बेहतर प्रदर्शन करने के बाद तीसरे दिन इस तरह के खराब प्रदर्शन का सामना करना पड़ा हो। एक तरफ क्रिकेट एक्सपर्ट यह जानने की कोशिश में लगे हुए हैं कि कहां गलती हुई। वहीं, दूसरी तरफ पाकिस्तान के पूर्व कप्तान राशिद लतीफ ने कहा है कि यह टेस्ट मैच भारतीय कप्तान विराट कोहली के लिए एक बुरा सपना था।
लतीफ का मानना है कि यह पूरी तरह मानसिकता की बात है। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसी चीजें होती रहती हैं। कभी-कभी गेंदबाज हर बार सही जगह गेंद को पटकते हैं और गेंद बल्ले से लगकर सीधे फील्डर के पास पहुंचती है। मुझे लगता है कि यब बिखराव इसलिए हुआ क्योंकि भारतीय बल्लेबाज अटैक करने और गेंदबाजों को पीटने की मानसिकता से उतरे थे। पिच ने भी अपना मिजाज बदला। मुझे लगता है कि शुरुआती दो दिनों तक स्पंजी बाउंस था और पिच थोड़ी स्लो थी। लेकिन बाद में पिच सख्त हुआ और गेंदबाजों को मदद करने लगा।’’
लतीफ ने बताया कि दूसरी पारी में कप्तान कोहली के साथ क्या गलत हुआ, जिन्होंने पहली पारी में 74 रनों की शानदार पारी खेली थी। उन्होंने कहा था, ‘‘विराट कोहली ने पहली पारी में बहुत ही शानदार पारी खेली, लेकिन दूसरी बार चारों ओर से इतनी जल्दी विकेट गिर गए कि उन्हें समझ नहीं आया। यहां तक कि उन्हें खाता खोलने के लिए भी चौका मारना पड़ा। कोहली के लिए यह बुरा सपना रहा होगा कि उनकी टीम सिर्फ 36 रन पर आउट हो जाए।’’
दूसरी ओर, दिग्गज बल्लेबाज जावेद मियांदाद ने इसे भारतीय क्रिकेट के लिए सबसे बुरा दिन बताया। उन्होंने कहा, ‘‘ईमानदारी से कहूं तो कुछ गेंदों को खेलना बहुत मुश्किल था लेकिन मुझे इस पर हैरानी हुई कि किसी ने भी संघर्ष नहीं किया। यह टीम 36 रन पर आउट होने लायक नहीं है।’’ भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज का दूसरा मुकाबला 26 दिसंबर से मेलबर्न में खेला जाएगा।