UP Election Vidhan Sabha Chunav Result: विधानसभा चुनाव 2022 के रुझानों के साथ ही उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार की वापसी हुई। वहीं, समाजवादी पार्टी को भी पहले के मुकाबले कुछ सीटों का फायदा हुआ। उसके कई प्रत्याशियों ने भाजपा उम्मीदवारों के खिलाफ बढ़त बनाई और जीत भी दर्ज की। इनमें एक नाम पीसीएस अधिकारी के क्रिकेटर बेटे अंकित भारती का भी है। अंकित उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले की सैदपुर (सुरक्षित) विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी हैं। वह 28 राउंड की मतगणना के बाद भाजपा प्रत्याशी सुभाष पासी से करीब 34 हजार से ज्यादा वोटों से आगे थे (जीत लगभग तय)।
खास यह है कि सुभाष पासी सपा के बागी हैं। वह सैदपुर से निर्वतमान विधायक हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुभाष पासी जब टिकट को लेकर अखिलेश यादव से बात करने गए तो उन्हें लगा कि उनका पत्ता कट सकता है। इसके बाद वह समाजवादी पार्टी को छोड़ भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा ने उन्हें टिकट दे दिया। वहीं, सपा ने अंकित भारती को उनके खिलाफ मैदान में उतारा। सुभाष पासी की गिनती राजनीति के माहिर खिलाड़ियों में की जाती है।
अंकित भारती दिल्ली, उत्तराखंड से अंडर-16 और अंडर-19 क्रिकेट खेल चुके हैं। अंकित भारती का कहना है कि वह बीबीए (BBA) करने के बाद कानून (LLB) की पढ़ाई कर रहे हैं। अंकित के पिता ओपी भारती श्रम विभाग में पीएसएस (PCS) अधिकारी थे। उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (VRS) के तहत रिटायरमेंट लिया है।
क्रिकेट के मैदान पर चौके-छक्के लगाने वाले अंकित ने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत अकेले यानी निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में की थी। उन्होंने हाल ही में करांधा II (Karanda II) से जिला पंचायत चुनाव लड़ा और जीता। इसके कुछ दिन बाद उन्होंने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अंकित के पिता ओपी भारती के सपा प्रमुख अखिलेश सिंह यादव से काफी मधुर संबंध हैं।
ऐसा रहा है सैदपुर सीट का राजनीतिक इतिहास
सैदपुर सीट के राजनीतिक इतिहास की बात करें तो यहां भाजपा, सपा और बसपा के बीच त्रिकोणीय संघर्ष होता आया है। अधिकतर बार इसका फायदा सपा और बसपा को मिला है। इस सीट पर भाजपा को आखिरी बार 1996 में जीत हासिल हुई थी।
तब भाजपा के डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय जीते थे। साल 2008 के परिसीमन के बाद यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित कर दी गई। उसके बाद 2012 और 2017 में यहां से सुभाष पासी ने जीत हासिल की थी। तब दोनों बार वह सपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे।
सैदपुर विधानसभा में करीब 3.75 लाख मतदाता हैं। इसमें दलित मतदाताओं की करीब 75 हजार है। यादव वोटरों की संख्या 70000 है। वहीं, राजभर 33000, मुस्लिम 26000, कुशवाहा 22000, क्षत्रिय 19000, वैश्य 18000 और ब्राह्मण मतदाताओं की संख्या करीब 17000 है।