भारतीय क्रिकेट टीम जून में इंग्लैंड दौरे पर जाएगी। विराट कोहली की कप्तानी वाली ये टीम सितंबर के शुरू तक वहां रहेगी। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के अलावा इंग्लैंड के खिलाफ 5 टेस्ट मैचों की सीरीज भी खेलनी है। जून में टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल होगा। अगस्त में टेस्ट सीरीज शुरू होगी। जुलाई में खाली समय का इस्तेमाल करने के लिए बीसीसीआई ने एक दूसरी टीम इंडिया को श्रीलंका दौरे पर भेजने का प्लान बनाया है। ऐसा भारतीय क्रिकेट इतिहास में पहले भी हो चुका है।
1998 में कुआलालंपुर में कॉमनवेल्थ गेम्स और पाकिस्तान के खिलाफ सहारा कप टूर्नामेंट एक साथ होना था। इस दौरान दो भारतीय टीम बनी थी। कॉमनवेल्थ गेम्स में अजय जडेजा के नेतृत्व में भारतीय टीम गई थी। उस टीम में सचिन तेंदुलकर, अनिल कुंबले और वीवीएस लक्ष्मण जैसे खिलाड़ी थे। दूसरी ओर, कनाडा के टोरंटो में सहारा कप में टीम की कप्तानी मोहम्मद अजहरुद्दीन ने की थी। उनके साथ सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़, जवागल श्रीनाथ और वेंकटेश प्रसाद थे। दो टीमों का यह प्रयोग गलत साबित हुआ था।
कॉमनवेल्थ गेम्स में 16 टीमों ने हिस्सा लिया था। उनमें मलेशिया, जमैका, एंटीगुआ और नॉर्दर्न आयरलैंड की टीमें भी थीं। भारत ग्रुप-बी में एंटीगुआ, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा के साथ था। मैच सफेद गेंद से खेले गए थे। खिलाड़ियों ने सफेद कपड़े पहने थे। मैचों को लिस्ट-ए का दर्जा मिला था। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत हार गया था। कनाडा के खिलाफ उसे जीत मिली थी। एंटीगुआ के खिलाफ मैच का नतीजा नहीं निकला था। टीम इंडिया ग्रुप स्टेज में ही बाहर हो गई थी। इसके एक विवाद हुआ। भारत ने कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा लेने वाले कुछ खिलाड़ियों को सहारा कप के लिए टोरंटो भेज दिया था।
बीसीसीआई के इस रवैये से पाकिस्तान नाराज हो गया था। उसने कहा कि भारत उन खिलाड़ियों को मौका दे रहा है जो मुख्य टीम का हिस्सा नहीं थे। बोर्ड ने पहले कहा था कि सचिन, जडेजा, कुंबले और रॉबिन सिंह टीम को जॉइन करेंगे। विवाद होने के बाद बोर्ड सिर्फ सचिन और जडेजा को भेजने के लिए तैयार हुआ। जडेजा चौथे मैच में खेले। भारत 1-2 से पीछे था। इसके बाद बोर्ड को एक बार फिर शर्मिंदगी झेलनी पड़ी।
विवाद के बाद टीम में शामिल होने वाले सचिन का पता नहीं चल सका। वे फैमिली के साथ खंडाला छुट्टी पर जा चुके थे। सुनील गावस्कर ने मैच से पहले ‘आती क्या खंडाला’ गाना गाया था। तेंदुलकर आखिकार आखिरी मैच में टीम से जुड़े। तब तक पाकिस्तान की टीम सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त हासिल कर चुकी थी। आखिरी मैच में सचिन ने 77 रन बनाए। अजरुद्दीन के शतक की बदौलत भारत ने 9 विकेट पर 256 रन बनाए थे। आमिर सोहैल के नाबाद 97 रनों की बदौलत पाकिस्तान जीत गया।