टी20 विश्व कप 2022 के शुरू होने में अब करीब एक महीना बचा है। बीसीसीआई की सीनियर सेलेक्शन कमेटी ने इस मेगा इवेंट के लिए टीम इंडिया का ऐलान कर दिया है। टीम में 3 बल्लेबाज, 4 ऑलराउंडर, 3 विकेटकीपर और 5 गेंदबाजों को चुना गया है। टीम इंडिया विश्व कप जीतने के प्रबल दावेदारों में से एक है। हालांकि, उसे अपनी कुछ कमियों में सुधार करना होगा, अन्यथा रोहित शर्मा एंड कंपनी को यह भारी पड़ सकता है। टीम इंडिया को एशिया कप में की गई गलतियां से सबक लेना होगा। टी20 वर्ल्ड कप में भारत का पहला मुकाबला चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से 23 अक्टूबर को होना है।
एशिया कप के शुरू होने से पहले भारतीय क्रिकेट टीम टूर्नामेंट की फेवरिट मानी जा रही थी। उसने जिस धमाकेदार अंदाज से सुपर-4 में प्रवेश किया था, उससे क्रिकेट फैंस का भरोसा उस पर और बढ़ गया था, लेकिन सुपर-4 चरण में उसे जिस तरह से पाकिस्तान और श्रीलंका के हाथों शिकस्त मिली, उसने रोहित एंड कंपनी की कई कमियों को उजागर किया।
7 से 15 ओवर्स के बीच खराब बल्लेबाजी की समस्या
एशिया कप में मध्य के ओवरों यानी 7 से 15 ओवर्स के बीच टीम इंडिया की बल्लेबाजी मुख्य चिंता रही। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) की एशिया कप को लेकर हुई समीक्षा बैठक में भी 7 से 15 ओवर के बीच भारतीय बल्लेबाजों के प्रदर्शन पर चिंता जताई गई। बैठक में सभी ने इस पर सहमति जताई की बेहतर टीमों के खिलाफ भारत का बीच के ओवर्स में अपनाया गया रवैया चिंता का विषय है। इससे एशिया कप में टीम को नुकसान हुआ।
भारतीय बल्लेबाजों ने पाकिस्तान के खिलाफ 7 से 15 ओवर के बीच 9 ओवर में 59 रन बनाए और तीन विकेट गंवाए। हांगकांग के खिलाफ भी इस अवधि के दौरान सिर्फ 62 रन ही बने। सुपर-4 में पाकिस्तान के खिलाफ मैच में इन ओवर्स में 62 रन बने और एक विकेट भी गंवाया। हालांकि, श्रीलंका के खिलाफ इन ओवरों के दौरान उसका प्रदर्शन सर्वश्रेष्ठ रहा। श्रीलंका के खिलाफ उसने इन ओवर्स के दौरान 78 रन बनाए थे।
डेथ ओवर्स में भारतीय बॉलर्स का जमकर रन लुटाना
भारत ने एशिया कप 2022 में 5 मैच खेले। इसमें से उसने 3 में जीत हासिल की, जबकि दो में हार (पाकिस्तान और श्रीलंका के खिलाफ) झेलनी पड़ी। पाकिस्तान के खिलाफ उसने 5 विकेट से मैच गंवाया। श्रीलंका ने भारत को 6 विकेट से शिकस्त दी। दोनों ही मुकाबलों में उसका डेथ ओवर्स में प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा।
बाबर आजम की टीम के खिलाफ मैच में पाकिस्तान को आखिरी 4 ओवर में जीत के लिए 43 रन बनाने थे और उसने एक गेंद शेष रहते यह लक्ष्य हासिल कर लिया। श्रीलंका को आखिरी 4 ओवर में 42 रन बनाने थे। उसने भी एक गेंद शेष रहते लक्ष्य हासिल कर लिया। आखिरी 4 ओवर में 42-43 रन बनाना इतना आसान भी नहीं था, लेकिन डेथ ओवर्स में भारतीय गेंदबाजों की बॉलिंग में धार नहीं दिखी।
भुवनेश्वर कुमार डेथ ओवर्स में अपनी भूमिका सही तरह से नहीं निभा पाए। नतीजा दोनों ही मैच से सिर्फ हाथ ही नहीं धोना पड़ा, बल्कि एशिया कप का खिताब भी गंवा दिया। टी20 वर्ल्ड कप टीम में जसप्रीत बुमराह और हर्षल पटेल हैं, लेकिन इस बात को उन्हें भी ध्यान रखना होगा, अन्यथा मैच हाथ से निकलते देर नहीं लगेगी।
रविंद्र जडेजा का अब तक नहीं मिला विकल्प
चोटिल होने के कारण रविंद्र जडेजा टी20 वर्ल्ड कप टीम से बाहर हैं। बीसीसीआई ने मेगा इवेंट के लिए 4 ऑलराउंडर (दीपक हुड्डा, हार्दिक पंड्या, रविचंद्रन अश्विन और अक्षर पटेल को चुना है। दीपक हुड्डा ने एशिया कप में सिर्फ एक ओवर गेंदबाजी की। उसमें उन्होंने एक ओवर में 3 रन देकर एक विकेट लिया। अश्विन ने 2 मैच में 8 ओवर गेंदबाजी की। उन्होंने 59 रन दिए और 2 विकेट लिए।
हार्दिक पंड्या 12 ओवर में 104 रन दिए और 4 विकेट लिए। अक्षर पटेल ने 4 ओवर में 24 रन दिए, लेकिन एक भी विकेट नहीं ले पाए। हार्दिक (3 मैच में 50 रन), दीपक हुड्डा, अश्विन बल्लेबाजी में भी कुछ खास नहीं कर पाए। दीपक 2 मैच में 35 रन ही बना पाए। अश्विन को एक ही मैच में खेलने का मौका मिला।
अश्विन श्रीलंका के खिलाफ मैच में 15 रन की नाबाद पारी खेली। ऐसे में हार्दिक पंड्या के ऊपर बैटिंग ऑलराउंडर के तौर पर प्रदर्शन करने की जिम्मेदारी काफी बढ़ जाती है। टीम इंडिया को यदि टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीतना है तो हार्दिक को बढ़िया प्रदर्शन करना ही होगा।