T20 World Cup 2022 Pakistan vs England Final: टी20 वर्ल्ड कप 2022 का फाइनल पाकिस्तान और इंग्लैंड (Pakistan vs England) के बीच रविवार को मेलबर्न के ऐतिहासिक मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) में खेला जाएगा। पाकिस्तान का फाइनल तक का सफर बॉलीवुड की फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं रही है। बाबर आजम की अगुआई वाली टीम का चिर प्रतिद्वंद्वी भारत और जिम्बाब्वे से हार के बाद टूर्नामेंट के पहले हफ्ते ही बाहर होना तय लग रहा था, लेकिन दूसरे हफ्ते उसने वापसी की। साउथ अफ्रीका को हराया।

इसके बाद साउथ अफ्रीका की टीम नीदरलैंड के खिलाफ उलटफेर का शिकार हुई और बांग्लादेश को आखिरी ग्रुप में हराकर पाकिस्तान सेमीफाइनल में पहुंच गया। इसके बाद 1992 वर्ल्ड कप को लेकर चर्चा शुरू हुई। तब इमरान खान की अगुआई वाली टीम एमसीजी में इंग्लैंड को हराकर विश्व चैंपियन बनी थी। टीम फाइनल में न्यूजीलैंड को हराकर पहुंची थी। शोएब अख्तर समेत पाकिस्तान के तमाम दिग्गज खिलाड़ी 1992 की रट लगाए बैठे हैं। अब देखने वाली बात होगी कि क्या इमरान खान की तरह बाबर आजम टीम को चैंपियन बना पाएंगे?

बाबर- रिजवान की जोड़ी को देनी होगी तेज शुरुआत

बाबर आजम की टीम के लिए इंग्लैंड के खिलाफ चुनौती आसान नहीं होगी। इसका सबसे बड़ा कारण बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान की ओपनिंग जोड़ी है। सेमीफाइनल में पाकिस्तानी गेंदबाजों ने सेमीफाइनल में 152 रन पर रोक दिया था। बाबर और रिजवान की जोड़ी ने 105 रन की साझेदारी करके टीम को शानदार शुरुआत दी थी, लेकिन इससे पहले टूर्नामेंट में दोनों का स्ट्राइक रेट सवालों के घेरे में रहा है। इसके कारण बाबर को नीचे खेलने की सलाह भी मिली।

टीम इंडिया की गलती से लेना होगा सबक

इंग्लैंड के गेंदबाजों के खिलाफ सेमीफाइनल में टीम इंडिया का शीर्ष क्रम तेजी से रन बनाने में विफल रहा था। हार्दिक पांड्या की विस्फोटक पारी से टीम इंडिया की वापसी जरूर हुई, लेकिन शुरुआत में डिफेंसिव क्रिकेट खेलने से टीम दबाव में दिखी। रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे बल्लेबाज जूझते दिखे। दूसरी ओर जोस बटलर और एलेक्स की जोड़ी ने आते ही भारतीय गेंदबाजों पर हमला बोल दिया। 168 के टारगेट को बगैर विकेट खोए 16 ओवर में हासिल कर लिया। इससे बाबर और रिजवान की जोड़ी को सबक लेना होगा, तेजी से रन बनाने होंगे।

बाबर आजम के लिए टूर्नामेंट काफी खराब रहा

बाबर आजम के लिए टूर्नामेंट काफी खराब रहा है। वह सिर्फ दो बार ही दहाई का आंकड़ा पार कर पाए हैं। उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ अर्धशतक लगाया था। पूरे टूर्नामेंट में वह सिर्फ 92 रन ही बना सके हैं। मोहम्मद रिजवान ने 6 मैचों में 160 रन बनाए हैं। शाहीन शाह अफरीदी की अगुआई में पाकिस्तान की गेंदबाजी अच्छी दिखाई देती है, लेकिन बटलर और हेल्स के सामने उसका भी टेस्ट होगा। दोनों टीमें एक दूसरे को काफी अच्छे से समझती हैं। ऑस्ट्रेलिया आने से पहले 7 मैचों की टी20 सीरीज में इंग्लैंड ने 4-3 से जीत हासिल की थी।

इंग्लैंड की टीम में गहराई

साल 2015 में इंग्लैंड की टीम बांग्लादेश से हारकर वर्ल्ड कप से ग्रुप स्टेज से बाहर हो गई थी। इसके बाद से टीम ने आक्रामक शैली में क्रिकेट खेलना शुरू किया। भारत के खिलाफ सेमीफाइनल में भी यह देखने को मिला। अंग्रेजों की बैटिंग लाइन-अप में डेप्थ है। जोस बटलर, एलेक्स हेल्स के अलावा बेन स्टोक्स और मोईन अली जैसे बल्लेबाज हैं। इस गहराई का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि क्रिस वोक्स नंबर 9 पर बल्लेबाजी करने आते हैं। टीम में ऑलराउंडर्स की कमी नहीं है। पिछले मैच में आदिल रशिद और लियाम लिविंगस्टोन की स्पिन जोड़ी ने भारतीय बल्लेबाजों को रन नहीं मारने दिया था।