बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष और चेन्नई सुपकिंग्स के मालिक एन श्रीनिवासन ने सीएसके के बल्लेबाज सुरेश रैना पर दिए गए अपने बयान पर सफाई दी। उन्होंने कहा कि मेरे बयान को गलत समझा गया। सीएसके के लिए रैना का योगदान कोई नहीं भूल सकता। फ्रैंचाइजी हर समय उनके साथ है। इससे पहले श्रीनिवासन ने रैना के बारे में कहा था कि कई बार सफलता आपके सिर चढ़ जाती है। उन्हें अहसास होगा कि वह क्या (11 करोड़ रुपए) छोड़कर गए हैं। उन्हें यह (सैलरी) नहीं मिलेगी।
चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए आईपीएल 2020 का आगाज सही नहीं रहा है। टीम 21 अगस्त को यूएई पहुंची। उसके बाद 28 अगस्त को तेज गेंदबाज दीपक चाहर और सपोर्ट स्टाफ के 12 सदस्य कोरोना पॉजिटिव पाए गए। टीम के सबसे बड़ा झटका शनिवार (29 अगस्त) को लगा। रैना ने निजी कारणों के कारण अपना नाम टूर्नामेंट से वापस ले लिया। उसी दिन टीम के बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए। मीडिया रिपोर्ट में ये बात सामने आई कि धोनी की तरह कमरा नहीं मिलने का कारण रैना ने आईपीएल से किनारा कर लिया।
टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत करते हुए कहा, ‘‘कई सालों से चेन्नई के लिए रैना का प्रदर्शन शानदार रहा है। यह समझना महत्वपूर्ण है कि सुरेश अभी किन परिस्थितियों से गुजर रहा है। उसे अकेला छोड़ दें। फ्रैंचाइजी हमेशा उनके साथ खड़ी है। संकट के इस समय में उन्हें हमारा पूरा समर्थन है।’’ श्रीनिवासन ने इससे पहले ‘आउटलुक’ को बताया था कि रैना के अचानक बाहर निकलने से टीम को थोड़ा झटका लगा, लेकिन कप्तान धोनी स्थिति पर पूरी तरह से नियंत्रण में कर लिया है।
श्रीनिवासन ने कहा था, ‘‘रैना के यूं अचानक टीम का साथ छोड़ने से धक्का लगा है, लेकिन कप्तान धोनी ने स्थिति को संभाल लिया है। क्रिकेटर पुराने दिनों के तुनक मिजाज अभिनेता की तरह होते हैं। चेन्नई सुपरकिंग्स परिवार की तरह है और सभी वरिष्ठ खिलाड़ी साथ रहना सीख चुके हैं।’’हालिया रिपोर्टों के अनुसार, रैना होटल के कमरे से नाखुश थे जो उन्हें आने के बाद से दिया गया था। बायो-बबल के सख्त प्रोटोकॉल का पालन करना उन्हें कठिन लग रहा था। वह भी एक ऐसा ही कमरा चाहते थे जो धोनी को मुहैया कराया गया हो। रैना के कमरे में अच्छी बालकनी नहीं थी। इससे वे परेशान थे। धोनी भी इस मामले को लेकर रैना को शांत नहीं कर सके।