ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में पहले टेस्ट की दूसरी पारी में 36 रन पर ऑलआउट होने के बाद टीम इंडिया और बीसीसीआई आलोचकों के निशाने पर है। पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने बोर्ड पर अलग-अलग खिलाड़ियों के लिए अलग-अलग नियम लागू करने का आरोप लगाया है। उन्होंने इसके लिए टी नटराजन और कप्तान विराट कोहली का उदाहरण भी दिया। कोहली पहली बार पिता बनने वाले हैं, इसलिए वो ऑस्ट्रेलिया में अंतिम तीन टेस्ट में नहीं खेलेंगे।

दरअसल, तेज गेंदबाज टी नटराजन को स्पिनर वरुण चक्रवर्ती की जगह टी20 टीम में शामिल किया गया था। वे आईपीएल 2020 के बाद सीधे ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना हो गए थे। वे पिछले महीने अपने पहले बच्चे के जन्म के समय नहीं थे। गावस्कर ने पैटरनिटी लीव को लेकर टीम पर भेदभाव का आरोप लगाया। उन्होंने स्पोर्टस्टार के लिए अपने कॉलम में लिखा, ‘‘एक और खिलाड़ी, जिसको नियम के बारे में आश्चर्य हुआ होगा, लेकिन जरूर उन्होंने इस बारे में कोई शोर नहीं मचाया, क्योंकि वो अभी नए हैं। वह हैं टी नटराजन। वह पहली बार पिता बने थे, जब आईपीएल का प्लेऑफ खेला जा रहा था। उनसे कहा गया था कि आप ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज के लिए यही रहिए, लेकिन टीम के सदस्य के तौर पर नहीं, बल्कि एक नेट गेंदबाज के तौर पर।’’

गावस्कर ने आगे लिखा, ‘‘जरा सोचिए, एक मैच विनर, भले ही दूसरे फॉर्मेट में हो, उनसे नेट गेंदबाज बनने के लिए कहा जाता है। इसका मतलब कि वह जनवरी के तीसरे हफ्ते में टेस्ट सीरीज खत्म होने के बाद ही अपने घर लौट पाएंगे और अपनी बेटी को पहली बार देख सकेंगे और एक तरफ कप्तान अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए पहले टेस्ट के बाद ही वापस जा रहे हैं।’’

सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेलने वाले नटराजन को ऑस्ट्रेलिया के लिए उड़ान भरने के लिए कहा गया था। इसके बाद टीम मैनेजमेंट ने उन्हें टेस्ट सीरीज के लिए नेट बॉलर के तौर रोक लिया। वे अब अपनी बच्ची को 19 जनवरी के बाद ही देख पाएंगे। दूसरी ओर, कोहली के बिना टीम इंडिया की राह सीरीज में कठिन है। उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे उनकी अनुपस्थिति में टीम की कमान संभालेंगे। सीरीज का दूसरा टेस्ट मेलबर्न में 26 दिसंबर से खेला जाएगा। इसके बाद तीसरा टेस्ट सिडनी और चौथा टेस्ट ब्रिस्बेन में खेला जाएगा।