महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने सोमवार 30 दिसंबर 2024 को सीनियर खिलाड़ियों विराट कोहली और रोहित शर्मा की कड़ी आलोचना की। सुनील गावस्कर ने उन्हें मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉक्सिंग डे टेस्ट में शीर्ष क्रम की विफलता और भारत की 184 रन से हार के लिए जिम्मेदार ठहराया। मेलबर्न टेस्ट की दूसरी पारी में भी रोहित शर्मा और विराट कोहली एकल अंकों के स्कोर पर सस्ते में आउट हो गए।
विराट कोहली फिर अपने ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंदों पर बीट हुए। विराट कोहली ने फिर से बाहर की गेंद को छेड़ने में अपना विकेट गंवाया। मिचेल स्टार्क की काफी बाहर की फुलर बॉल थी। एंगल से पड़कर और बाहर निकलती गई। विराट कोहली ने काफी दूर से ही ड्राइव करने की कोशिश की। उन्होंने बल्ले और शरीर को पूरा खिंचाव दिया, लेकिन तब भी गेंद तक नहीं पहुंच पाये। गेंद ने बाहरी किनारा छुआ और उस्मान ख्वाजा ने अपनी बाईं ओर नीचे से एक शानदार कैच लपका। कोहली की गलती को कमेंट्री कर रहे सुनील गावस्कर भांप गये।
सुनील गावस्कर ने इंडिया टुडे से कहा, ‘(कोहली का) पैर गेंद की पिच पर नहीं जा रहा है, बल्कि सीधे पिच पर जा रहा है, गेंद की ओर नहीं। अगर पैर गेंद की ओर जाता है, तो आपके पास गेंद को बीच से मारने के ज्यादा मौके होते हैं। अब चूंकि पैर नहीं हिल रहा है, इसलिए आप गेंद की ओर पहुंच जाते हैं और यही हो रहा है।’
कोहली और रोहित के न खेलने की आलोचना की
सुनील गावस्कर ने कोहली और रोहित के न खेलने की आलोचना की और यशस्वी जायसवाल को छोड़कर शीर्ष क्रम को हार के लिए जिम्मेदार ठहराया। यही वजह रही कि ऑस्ट्रेलियाई टीम सीरीज में 2-1 से आगे हो गई। चौथे टेस्ट के अंतिम दिन 340 रन का लक्ष्य मिलने पर, यशस्वी जायसवाल (84) को छोड़कर भारतीय बल्लेबाज फिर लड़खड़ा गए और 184 रन से हार गए।
सुनील गावस्कर ने कहा, ‘यह सब चयनकर्ताओं पर निर्भर करता है। जिस योगदान की उम्मीद थी, वह नहीं हुआ। इसमें शीर्ष क्रम को योगदान देना होता है, यदि शीर्ष क्रम योगदान नहीं दे रहा है तो निचले क्रम को दोष क्यों दिया जाए।’
सीनियर्स ने नहीं दिया अपक्षेति योगदान: गावस्कर
उन्होंने कहा, ‘सीनियर खिलाड़ियों ने वास्तव में वह योगदान नहीं दिया जो उन्हें देना चाहिए था, उन्हें बस आज अच्छी बल्लेबाजी करनी थी। यह सिर्फ इतना है कि शीर्ष क्रम ने योगदान नहीं दिया और यही कारण है कि भारत इस स्थिति में पहुंचा।’ गावस्कर ने जहां जायसवाल की जोरदार पारी की सराहना की, वहीं वह ऋषभ पंत के शॉट चयन से फिर निराश नजर आए।
भारत का स्कोर एक समय 3 विकेट पर 33 रन था तब यशस्वी जायसवाल और ऋषभ पंत ने स्थिति संभाली और लंच के बाद के सत्र में भारत को 121 रन तक पहुंचाया। इसके बाद ऋषभ पंत ने हवा में शॉट खेल कर अपना विकेट गंवाया जिससे भारतीय टीम लड़खड़ा गई।
सुनील गावस्कर ने कहा, ‘ऋषभ पंत और यशस्वी जायसवाल ने लंच के बाद के सत्र में जिस तरह से बल्लेबाजी की उससे निश्चित तौर पर लग रहा था कि भारत इस मैच को ड्रॉ कर सकता है क्योंकि यह बिना विकेट खोए एक और घंटे तक बल्लेबाजी करने की बात थी।’
ऋषभ पंत की गलती ड्रग की लत की तरह
उन्होंने कहा, ‘आप जानते हैं कि क्रिकेट में इस शॉट को सिक्सर कहा जाता है जो किसी ड्रग की लत की तरह है। एक बार जब आप कुछ छक्के मार देते हैं, तो आप सोचते हैं कि वास्तव में यह सही तरीका है। जब आप गेंद को स्टैंड में पहुंचाते हैं तो एक बल्लेबाज के लिए इससे बेहतर कोई अहसास नहीं है। सिक्सर एक अलग तरह का अहसास है और यह एक ड्रग है जो आपके सिस्टम में चला जाता है।’
सुनील गावस्कर ने कहा, ‘उस समय छक्का लगाने की कोई जरूरत नहीं थी। इससे हम मैच नहीं जीतने वाले थे। अगर उस समय जमीन से चिपकता शॉट खेला जाता तो हमें चार रन मिलते। इससे ऑस्ट्रेलिया के लिए जीत के दरवाजे खुल गए।’ सुनील गावस्कर ने तकनीक की अनदेखी करने और पैट कमिंस की गेंद पर यशस्वी जायसवाल को विवादास्पद तरीके से कैच आउट देने के लिए टीवी अंपायर की भी आलोचना की।
मेलबर्न टेस्ट को लेकर संजय मांजरेकर ने कहा कि टेस्ट बल्लेबाजों के तौर पर रोहित शर्मा और विराट कोहली के बीच कोई तुलना नहीं है। उन्होंने विराट कोहली को महान बताया, जबकि रोहित शर्मा को अच्छा। पूरी खबर यहां पढ़ें