मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीरेंद्र सहवाग ने क्रिकेट के मैदान ही नहीं कमेंट्री बॉक्स में भी लोगों का काफी मनोरंजन किया है। हालांकि, मैदान की तरह कमेंट्री बॉक्स में यह तिकड़ी बहुत ज्यादा समय नहीं दिखी है। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल 2023 (WTC Final) में सौरव गांगुली की कमेंट्री बॉक्स में वापसी हुई। वीरेंद्र सहवाग भी इंडियन प्रीमियर लीग 2023 (IPL 2023) में कमेंट्री करते दिखे, लेकिन सचिन तेंदुलकर इससे दूर ही हैं।

सचिन तेंदुलकर ने साल 2019 वर्ल्ड कप में बतौर कमेंटेटर डेब्यू किया था। स्टार स्पोर्ट्स हिंदी पर उन्होंने कमेंट्री की थी। इस दौरान गांगुली और सहवाग के साथ वह कमेंट्री करते दिखे थे। लोगों ने तीनों की कमेंट्री का खूब लुत्फ लिया था। इस दौरान सहवाग और तेंदुलकर ने गांगुली के खूब मजे लिए थे। टीम इंडिया के साथ अपने दिनों के याद करके दादा का दोनों ने खूब मजाक उड़ाया था।

दादा के बैट के ग्रिप का कुछ प्रॉब्लम था

बात 2019 वर्ल्ड कप के भारत और साउथ अफ्रीका के बीच मैच की है। टीम इंडिया की बल्लेबाजी के दौरान सौरव गांगुली और वीरेंद्र सहवाग के साथ कमेंट्री कर रहे सचिन तेंदुलकर ने एक मैच का किस्सा सुनाते हैं। वह गांगुली से कहते हैं, “जब तुम बैटिंग करने जा रहे थे और मुझे लगता है दादा के बैट के ग्रिप का कुछ प्रॉब्लम था।” गांगुली ने कहा, “बैट का हैंडल टूट गया था।”

बैट का हैंडल टूट गया था

सचिन तेंदुलकर ने कहा, “टेप किसी ने तो लगाया था, राइट।” गांगुली ने कहा,”वो टी टाइम था। जब मैं 100 रन पर था टी टाइम पर। आपको पता है ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में बॉल ऊपर लगलग के बैट का हैंडल लूज हो जाता है। मैं चाय पी रहा था और एक बाथ से उसे बांध रहा था, तो इन्होंने कहा तू चाय पी मैं लगा देता हूं। टेप लगाए और एक टेस्ट मैच खेला। याद होगा आपका बल्ला खींच के खेला था मैंने।”

दादा अगर तुम कह रहे हो बनाए कितना पता नहीं तो

वीरेंद्र सहवाग ने कहा, “दादा आपको महाराज कहा जाता है। महाराज कहां काम करते हैं? लगते हैं वो काम करने वाले? दूसरे लोग काम करते हैं उनके हैं। गांगुली ने कहा, “मेरा काम था रन बनाना। बनाए कितना वो पता नहीं। सहवाग ने आगे कहा, “हां वो ही पैड वैड ठीक करने के लिए किट बैग उठाने के लिए कोई और था। तेंदुलकर ने आगे कहा, “दादा अगर तुम कह रहे हो बनाए कितना पता नहीं तो हजम नहीं हो रहा कुछ। तुम्हें तो तुम्हारे नहीं बाकियों के भी रन पता था। गांगुली ने कहा,”8-9 साल हो गए भूल जाते हैं। सहवाग वो कहावत याद आती है अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे।”