भारतीय टेस्ट कप्तान शुभमन गिल ने मंगलवार 14 अक्टूबर 2025 को कहा कि वह अपने खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन निकलवाने के लिए ‘साहसिक फैसले’ लेने में नहीं हिचकिचाते। उन्हें इस कड़ी परीक्षा वाली भूमिका की आदत हो गई है।

बतौर कप्तान गिल का पहला टेस्ट मैच इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैच की शृंखला थी, जो 2-2 से ड्रॉ रही थी। इसके बाद शुभमन गिल की अगुआई में भारत ने दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेले गए दूसरे मैच में सात विकेट से जीत के साथ वेस्टइंडीज पर 2-0 से क्लीन स्वीप किया।

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मैच के बाद शुभमन गिल ने कहा, ‘मैं उस स्थिति में सबसे संभावित फैसला लेने की कोशिश करता हूं जब हम उस मैच में होते हैं। कभी-कभी आपको कुछ साहसिक फैसले लेने पड़ते हैं और वह एक्स फैक्टर इस पर निर्भर करता है कि कौन सा खिलाड़ी आपको रन या विकेट दिला सकता है।’

खिलाड़ियों को संभालने का आदी हो रहे

एक कप्तान के रूप में अपनी प्रगति के बारे में पूछने पर 26 वर्षीय शुभमन गिल ने कहा, ‘मैं कहूंगा कि इस टीम के सभी खिलाड़ियों को संभालने का आदी हो रहा हूं।’ दूसरे टेस्ट में वेस्टइंडीज को फॉलोऑन खिलाने को लेकर शुभमन गिल ने उस आलोचना को खारिज किया कि इससे गेंदबाजों पर अतिरिक्त शारीरिक दबाव पड़ा।

फॉलोऑन खिलाने के फैसले का किया बचाव

शुभमन गिल ने कहा कि हालात ऐसे ही थे। गिल ने कहा, ‘मुझे जिम्मेदारी पसंद है। मुझे मैदान पर उतरना पसंद है। मैं इसे अपने तरीके से करता हूं। कुछ अहम फैसलों में शामिल होना बहुत पसंद है। मुझे लगता है कि इससे मेरा सर्वश्रेष्ठ सामने आता है। मुझे लगता है कि मेरे जीवन में यही हो रहा है।’

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गिल ने बताया, ‘हम लगभग 300 रन आगे थे और विकेट काफी सूखा था, इसलिए हमने सोचा कि अगर हम 500 रन भी बना लें और हमें पांचवें दिन 6 या 7 विकेट लेने हों तो भी यह हमारे लिए मुश्किल दिन हो सकता है, इसलिए यही हमारी सोच थी।’

कप्तानी और बल्लेबाजी की जिम्मेदारियां अलग

शुभमन गिल ने सीरीज के दौरान बल्ले से अच्छा प्रदर्शन किया और दोनों मैचों में एक शतक और एक अर्धशतक लगाया। उन्होंने कहा कि उन्हें अपनी बल्लेबाजी और कप्तानी की भूमिकाओं को अलग-अलग करना होगा। गिल ने कहा, ‘निश्चित रूप से, जब मैं बैटिंग करने जाता हूं तो आपको दोनों को अलग-अलग करना होगा।’

गिल के दिमाग में रहता है यह ख्याल

शुभमन गिल ने कहा, ‘बल्लेबाजी एक ऐसी चीज है जिसे मैं 3 या 4 साल की उम्र से ही करता आया हूं, इसलिए जब मैं बल्लेबाजी करने जाता हूं तो मैं बस एक बल्लेबाज के तौर पर फैसले लेना चाहता हूं। एक चीज जिसके लिए आप हमेशा संघर्ष करते हैं, वह यह है कि आप अपनी टीम को मैच कैसे जिता सकते हैं। एक बल्लेबाज के तौर पर जब मैं मैदान पर उतरता हूं तो मेरे दिमाग में बस यही ख्याल आता है।’

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तेज गेंदबाजी करने वाले ऑलराउंडर नितीश रेड्डी को बल्लेबाजी क्रम में 5वें नंबर पर भेजने के बारे में शुभमन गिल ने कहा, ‘उन्हें मैच में ओवर फेंकने का मौका नहीं मिला, लेकिन हम नहीं चाहते कि खिलाड़ी सिर्फ विदेशी जमीन पर ही मैच खेलें। इससे खिलाड़ियों पर काफी दबाव पड़ता है। हम ऐसे खिलाड़ियों को तैयार करना चाहते हैं जो हमें लगता है कि विदेशी जमीन पर मैच जीतने में हमारी मदद कर सकते हैं। यही हमारे लिए चुनौती रही है।’

रोहित-विराट की कप्तानी करने को उत्सुक हैं गिल

शुभमन गिल रविवार से ऑस्ट्रेलिया में शुरू होने वाली 3 मैच की वनडे सीरीज में सीनियर खिलाड़ियों विराट कोहली और रोहित शर्मा की कप्तानी करेंगे। उन्होंने कहा कि वह इसके लिए उत्सुक हैं। शुभमन गिल ने कहा, ‘मुझे लगता है कि पिछले 2-3 वर्षों में हम वनडे में अपनी सर्वश्रेष्ठ टीमों में से एक खेल रहे हैं। हमारे लिए कुछ भी नहीं बदला है। हम कमोबेश उसी टीम के साथ खेल रहे हैं, जिससे हम खेल रहे हैं।’

रोहित-विराट का जादू देखने की चाहत

शुभमन गिल ने कहा, ‘उन्होंने (विराट और रोहित) पहले भी हमारे लिए कई मैच जीते हैं। वे पिछले 10-15 वर्षों से भारत के लिए खेल रहे हैं। हमारे लिए मैच जीतना एक ऐसा अनुभव है जो हम अपने साथ लेकर आते हैं। यह कुछ ऐसा है जो हर टीम का कप्तान चाहता है। हम इसी का इंतजार कर रहे हैं। हम बस यही चाहते हैं कि वे मैदान पर उतरें और अपना जादू दिखाएं।’

बुनियादी बातों पर लौटना कारगर: गिल

यह पूछे जाने पर कि क्या कई प्रारूपों में खेलने में मजा आ रहा है, गिल बोले, ‘यह मेरे लिए नया था, लेकिन मुझे लगता है कि किसी खास प्रारूप की बुनियादी बातों पर लौटना मेरे लिए कारगर है। भारत की टी-20 अंतरराष्ट्रीय टीम के उप कप्तान पंजाब के इस खिलाड़ी ने कहा, ‘यह कुछ ऐसी (मूल बातें) चीजें हैं, जिन पर मैं लौटता हूं।’ भारत की आसान जीत, लेकिन अब शुरू होगा असली इम्तिहान; दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले बरकरार ये सवाल