श्रेयस अय्यर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2020 में दिल्ली कैपिटल्स के कप्ताना हैं। वह टीम इंडिया में भी 4 नंबर पर बल्लेबाजी की समस्या को खत्म कर चुके हैं। श्रेयस अपनी इस सफलता के पीछे रोहित शर्मा, विराट कोहली और महेंद्र सिंह धोनी का बड़ा हाथ मानते हैं। अय्यर का कहना है कि उन्होंने इन तीनों दिग्गजों की कुछ क्वालिटीज (विशेषताओं) अपनाईं और अपनी बल्लेबाजी बेहतर की। टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में श्रेयस अय्यर ने अपनी सफलता के राज खोले।

आईपीएल ने आपके करियर को आगे बढ़ाने में एक बड़ी भूमिका निभाई है। क्या इसने एक बल्लेबाज के रूप में भी आपके विकास में मदद की है? के सवाल पर श्रेयस अय्यर ने बताया, ‘कुछ साल पहले तक मैं अपनी बल्लेबाजी के बारे में अलग तरह की सोच रखता था लेकिन अब बदलाव आया है। अब मुझे यह पता है कि कब सिंगल लेने है और कब अपना मन बदलना है। विराट कोहली, रोहित शर्मा, महेंद्र सिंह धोनी को खेलते देखकर आप काफी कुछ सीखते हो। मैंने भी उनकी कुछ विशेषताओं को लिया है और कोशिश की कि अपनी बल्लेबाजी में इस्तेमाल करूं।’

अय्यर युवा कप्तान हैं। हालांकि, उनकी दिल्ली कैपिटल्स की टीम में शिखर धवन, इशांत शर्मा, अजिंक्य रहाणे और रविचंद्रन अश्विन जैसे कई अनुभवी खिलाड़ी हैं। ऐसे में क्या आपको रणनीति बनाने में कोई समस्या नहीं आती है? इस सवाल पर अय्यर ने कहा, ‘आप सभी जानते हैं, वे टीम के महान लोग हैं। उन्हें मुझसे किसी बात की शिकायत नहीं है। वे कभी मेरे निर्णयों के खिलाफ नहीं जाते, क्योंकि वे जानते हैं कि मैं एक युवा कप्तान हूं। साथ ही, मुझे समर्थन देना जरूरी है।’

अय्यर ने कहा, ‘उनका अनुभव मेरे लिए वास्तव में मायने रखता है। मैं उनके पास जा सकता हूं। उनसे सलाह और राय मांग सकता हूं। मैं टीम में किसी को जज नहीं करता। सीनियर हो या जूनियर मैं सबसे एक ही लहजे में बात करता हूं। मैं अपना लहजा नहीं बदलता। मेरी लिए सबकी इज्जत बराबर है।’

वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की नंबर-4 को लेकर काफी चर्चा हुई। इस मामले पर अय्यर ने कहा, ‘मैं उस लम्हे का आनंद उठा रहा था। मैं अच्छा प्रदर्शन कर रहा था, लेकिन कुछ उतार-चढ़ाव आते हैं। मैं इस बात से खुश हूं कि मेरे साथ यह सब शुरुआती स्तर पर ही हो गया क्योंकि एक इंसान के तौर पर मैंने इससे काफी कुछ सीखा। मैंने अपनी नाकामयाबी से काफी कुछ सीखा।’

घरेलू क्रिकेट को लेकर अय्यर ने कहा, ‘एक दौर ऐसा था जब मैं रन तो बना रहा था लेकिन नियमित तौर पर नहीं। मेरे खेल में निरंतरता नहीं थी। मेरी औसत तो नहीं गिरी लेकिन एक खिलाड़ी के तौर पर मैं संतुष्ट नहीं था। हां, लेकिन अब मैं जब उस बारे में सोचता हूं तो पता चलता है कि मैं हर खेल में ही प्रदर्शन कर रहा था।’

सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने के बारे में वह बोले, ‘मुझे लगता है कि सोशल मीडिया हर खिलाड़ी के लिए जरूरी है, मैं फनी वीडियो बनाने की सोचता था (लॉकडाउन के दौरान) और खुद को बिजी रखता था। मैंने देखा कि दूसरे खिलाड़ी भी वैसा ही कर रहे हैं जिसे देखकर मजा आता है। मैं सोशल मीडिया पर मजेदार फोटो-वीडियो ही पोस्ट करते हैं, इसलिए इसके बारे में ज्यादा चिंता नहीं करता।’