वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के बाद एक बार फिर विराट कोहली की जगह रोहित शर्मा को सीमित ओवर फॉर्मेट का कप्तान बनाने की चर्चाएं शुरू हो गईं हैं। मौजूदा हालात को देखते हुए राहुल द्रविड़ भी चाहते हैं कि टीम इंडिया के दो कप्तान बनाने से भारतीय क्रिकेटर्स पर दबाव कम होगा। हालांकि, वह इसे एक अल्पकालिक समाधान ही मानते हैं।

राहुल द्रविड़ श्रीलंका दौरे के लिए भारतीय टीम के मुख्य कोच नियुक्त किए गए हैं। उन्होंने श्रीलंका रवाना होने से पहले रविवार को कहा कि कोरोनोवायरस महामारी के दौरान भारत क्रिकेटर्स पर दबाव कम करने को अलग-अलग फॉर्मेट्स के लिए अलग-अलग टीमें एक अल्पकालिक समाधान हैं। शिखर धवन 13 जुलाई से शुरू होने वाले तीन एक दिवसीय और तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए श्रीलंका के खिलाफ टीम इंडिया की कप्तानी करेंगे। वहीं, विराट कोहली की अगुआई वाली टेस्ट टीम अगस्त-सितंबर में पांच मैचों की सीरीज के लिए इंग्लैंड में है।

द्रविड़ ने वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, अल्पावधि में, यह बहुत सारे खिलाड़ियों पर दबाव कम करेगा। एक ही टीम के सभी खिलाड़ियों के लिए सभी प्रतिबंधों से गुजरना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने कहा, हालांकि, लंबी अवधि में, इसे पर और अधिक चर्चा की आवश्यकता होगी। कोहली समेत शीर्ष अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर्स ने एक सीरीज के दौरान बॉयो-सिक्योर बबल और क्वारंटीन में भुन जाने की बात कही है।

श्रीलंका में सभी युवाओं को मौका देने की बात सोचना वास्तविक नहीं होगा : द्रविड़

श्रीलंका दौरे के लिए चुने गए सभी खिलाड़ियों को प्लेइंग इलेवन में मौका दिए जाने के सवाल पर द्रविड़ ने कहा कि ऐसा संभव नहीं है। राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के प्रमुख राहुल द्रविड़ ने कहा, ‘मुझे लगता है कि इस संक्षिप्त दौरे पर हमसे यह उम्मीद करना शायद अवास्तविक होगा कि हर किसी को मौका दिया जाए, जिसमें तीन टी20 मैच और तीन वनडे हैं। वहां और चयनकर्ता भी होंगे।’

इस साल के विश्व कप के लिए टी20 टीम में जगह बनाने के लिए इन खिलाड़ियों में ईशान किशन, सूर्यकुमार यादव और संजू सैमसन की तिकड़ी शामिल है। श्रीलंका के खिलाफ सीरीज 13 जुलाई से वनडे के साथ शुरू होगी। इसके बाद 21 जुलाई से टी20 मैच खेले जाएंगे।

विश्व कप को पहले भारत में होना था लेकिन कोविड-19 महामारी के चलते इसका आयोजन अक्टूबर में संयुक्त अरब अमीरात में होगा। श्रीलंका में वनडे मैचों की तुलना में तीन टी20 ज्यादा अहमियत रखेंगे, क्योंकि विश्व कप से पूर्व ये भारत के अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच होंगे।

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान ने कहा, ‘इस टीम में काफी खिलाड़ी हैं, जो आगामी विश्व के लिए टीम में अपना स्थान पक्का करना चाहते हैं। कुछ जगह बनाना चाहते हैं लेकिन मुझे लगता है कि टीम में हर किसी का मुख्य लक्ष्य सीरीज जीतने की कोशिश करना है।’

उन्होंने कहा, ‘मुख्य उद्देश्य सीरीज जीतना है। उम्मीद करते हैं कि खिलाड़ियों को अच्छे प्रदर्शन के लिए मौका मिलेगा। विश्व कप से पहले सिर्फ तीन टी20 मैच ही हैं। मुझे पूरा भरोसा है कि चयनकर्ताओं और प्रबंधन को अब तक अंदाजा हो गया होगा कि वे किस तरह की टीम चाहते हैं।’