Shikhar Dhawan retirement: भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज ओपनर बल्लेबाज शिखर धवन ने 38 साल की उम्र में अपने क्रिकेट करियर से संन्यास का ऐलान कर दिया। धवन ने सोशल मीडिया पर जारी एक वीडियो के जरिए इसकी घोषणा की और कहा कि वो इंटरनेशनल और घरेलू क्रिकेट से रिटायमेंट का ऐलान कर रहे हैं। धवन अब ब्लू जर्सी के साथ-साथ आईपीएल में भी खेलते हुए नजर नहीं आएंगे। अपने रिटायमेंट के बाद धवन ने एचटी से बात करते हुए टीम और खिलाड़ियों से जुड़ी कई पहलूओं पर बात की और बताया कि वो टीम इंडिया का सबसे फनी खिलाड़ी किसे मानते हैं।
कोहली हैं टीम इंडिया के सबसे फनी प्लेयर
शिखर धवन ने कहा कि विराट कोहली भारतीय टीम में सबसे मजाकिया यानी फनी हैं। मैंने उनके साथ बहुत अच्छा रिश्ता और संबंध साझा किए हैं और हम बचपन से ही साथ खेलते रहे हैं। उन्होंने कोहली के बारे में कहा कि उनसे कोई नफरत नहीं करता और कभी किसी ने उनके बारे में बुरी बातें नहीं सुनी। उन्होंने कभी किसी बात की शिकायत नहीं की, वे लोगों को हंसाते हैं। वह हर पल मुस्कुराते और खुश रहते हैं। धवन ने कहा कि मुझे अच्छी तरह याद है कि विराट कोहली, रोहित शर्मा और मैंने 5 साल में 100 शतक बनाए थे। यह एक साथ एक अद्भुत यात्रा थी और मैं उन सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं।
धवन ने इन दो पारियों को बताया करियर की बेस्ट इनिंग
शिखर धवन ने अपने रिटायरमेंट के बाद बताया कि वो अपने इंटरनेशनल क्रिकेट करियर के 14 साल में किस पारी को सबसे बेस्ट मानते हैं। धवन ने कहा कि उन्होंने अपने टेस्ट डेब्यू में मोहाली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 187 रन की पारी खेली थी जिसे वो बेस्ट पारी मानते हैं साथ ही साथ उन्होंने अपनी दूसरी बेस्ट पारी के बारे में बात करते हुए बताया कि 2019 वनडे वर्ल्ड कप में मैंने कंगारू टीम के खिलाफ जो 117 रन की पारी खेली थी वो भी मेरे दिल के काफी करीब है। इस पारी के दौरान मैं 25 रन के स्कोर पर इंजर्ड हो गया था और मेरा अंगूठा टूट गया था, लेकिन मैंने पेनकिलर लेकर खेला और टीम के लिए शतक लगाया।
धवन ने माही को भी किया याद
धवन ने अपने रिटायरमेंट के बाद टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी की भी खूब तारीफ की। धोनी के बारे में धवन ने कहा कि 2015 विश्व कप से पहले जब मैं खराब दौर से गुजर रहा था, तब माही भाई ने मेरा साथ दिया। उन्होंने मेरा बहुत साथ दिया और मैं अपने कप्तान एमएस धोनी भाई का भी शुक्रगुजार हूं जिन्होंने मेरा हमेश साथ दिया और सपोर्ट किया। उनके इस सपोर्ट की वजह से अच्छा प्रदर्शन करने में सफल हो पाया।