भारत ने शुक्रवार यानी 31 जनवरी 2020 को रोमांचक मैच में न्यूजीलैंड को मात दी। पांच मैचों की सीरीज के चौथे टी20 का फैसला भी सुपर ओवर में हुआ। तीसरे टी20 का नतीजा भी सुपर ओवर में निकला था। उसे भारत ने जीता था। इस मैच को भी भारत ने जीता है। क्रिकेट इतिहास में यह पहला मौका है, जब किसी टीम ने लगातार दो मैच सुपर ओवर में जीते हैं। इस मैच की जीत के बाद टीम इंडिया सीरीज में 4-0 से आगे हो गई। तीसरे टी20 में मैच को टाई कराने में मोहम्मद शमी ने अहम भूमिका निभाई थी। इस मैच में शार्दूल ठाकुर ने यह जिम्मेदारी निभाई। चौथे टी20 के लिए शमी, रोहित शर्मा और रविंद्र जडेजा को आराम दिया गया था।

चौथे टी20 में न्यूजीलैंड की कमान टिम साउदी ने संभाली। उन्होंने टॉस जीता और गेंदबाजी का फैसला किया। टीम इंडिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही, लेकिन केएल राहुल और मनीष पांडे की जुझारू पारियों के दम पर वह सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचने में कामयाब रही। टीम इंडिया ने 20 ओवर में 8 विकेट पर 165 रन बनाए। लक्ष्य का पीछा करने उतरी न्यूजीलैंड ने 19 ओवर में 3 विकेट पर 159 रन बना लिए थे।

20वें ओवर में न्यूजीलैंड को जीत के लिए 7 रन चाहिए थे। आखिरी ओवर शार्दूल ठाकुर ने फेंका। उन्होंने सिर्फ 6 रन दिए और दोनों टीमों का स्कोर टाई हो गया। सुपर ओवर में केएल राहुल और विराट कोहली ने भारत की जीत सुनिश्चित कर दी। शार्दूल ने आखिरी ओवर की 5वीं गेंद नकल बॉल डाली और डेरेल मिशेल को मिड-ऑफ पर शिवम दुबे के हाथों कैच करा दिया। मैच के बाद शार्दूल ने ‘चहल टीवी’ पर अपनी उस नकल बॉल का राज खोला।

मैच के बाद युजवेंद्र चहल ने मोहम्मद शमी और शार्दूल ठाकुर का इंटरव्यू लिया। उन्होंने शार्दूल से पूछा, ‘आपने जो बीच में नकल बॉल डाली और जो आखिरी ओवर का प्रेशर था उसके बारे में बताइए?’ इस पर शार्दूल ने कहा, ‘प्रेशर तो था, लेकिन पहली गेंद पर विकेट निकालने की कोशिश थी, क्योंकि ज्यादातर देखोगे तो बैट्समैन पहली गेंद पर चौका और छक्का मारकर मैच फिनिश करने की ओर देखता है। आइडिया यही था कि उसको स्लोअर वन डालकर बड़ा शॉट खिलाओ और उसने वही किया। उसमें वह आउट हो गया। उस टाइम तो प्लान काम कर गया अपना।’

शार्दूल ने आगे बताया, ‘दूसरी गेंद पर जब चौका लगा तो थोड़ा प्रेशर था, लेकिन ऐसी स्थिति में एक चौका या एक छक्का लग सकता है, लेकिन उसके बाद भी उम्मीद हारना नहीं है। हमने वही देखा था कि शमी भाई की बॉलिंग में भी पहली गेंद पर छक्का लगा, लेकिन उसके बाद 5 गेंद पर 3 रन डिफेंड हो गए, तो यहां पर क्यों नहीं हो सकते? एक और हो सकता है। बाकी नकल बॉल को अगर बोला जाए तो बचपन में पता है हम घी अंगुली टेढ़ा करके निकालते थे, बस यही राज है। अंगुली टेढ़ा करो और डाल दो।’