पाकिस्तान के पूर्व स्पिनर सकलैन मुश्ताक को महेंद्र सिंह धोनी की तारीफ करना महंगा पड़ गया है। उन्हें पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने कड़ी फटकार लगाई है। साथ ही उन्हें यूट्यूब पर वीडियो पोस्ट नहीं करने की भी हिदायत दी है। सकलैन ने हाल ही में अपने यूट्यूब चैनल पर टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की जमकर तारीफ की थी। पीसीबी ने सकलैन के उस वीडियो को लेकर उन्हें फटकार लगाई है।
सकलैन पीसीबी के हाई परफॉर्मेंस सेंटर में इंटरनेशनल प्लेयर्स खिलाड़ी डेवलपमेंट के हेड (प्रमुख) हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई ने सूत्र के हवाले से बताया, ‘पीसीबी धोनी की सराहना के लिए सकलैन से खुश नहीं है। वह सकलैन के भारतीय क्रिकेट के मामलों में संभावित हस्तक्षेप से भी नाखुश है।’ सकलैन ने धोनी को विदाई मैच नहीं देने के लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की आलोचना की थी। भारत-पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण रिश्तों के कारण पीसीबी पहले भी राष्ट्रीय टीम के खिलाड़ियों को भारतीय क्रिकेट या खिलाड़ियों पर प्रतिक्रिया देने से बचने की सलाह दे चुका है।
सूत्र ने बताया, ‘हाई परफॉर्मेंस सेंटर और प्रांतीय टीमों के कई कोच यूट्यूब पर अपना चैनल चला रहे हैं। लेकिन अब उन्हें स्पष्ट रूप से कहा गया है कि चूंकि वे बोर्ड के कर्मचारी हैं, इसलिए Youtube पर काम नहीं कर सकते हैं। दूसरी बात यह है कि मीडिया में साक्षात्कार देते समय उन्हें पहले से अनुमति लेनी होगी। सकलैन समेत सभी कोचों को चेतावनी दी गई है कि अगर उनमें से कोई भी पीसीबी के सेवा नियमों का उल्लंघन करता है, तो उसके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है।’
सूत्र ने कहा, ‘सकलैन के वीडियो डालने के बाद पीसीबी ने हाई परफोर्मेंस सेंटर और प्रांतीय टीमों के सभी अन्य कोचों को ऐसे कदम से बचने को कहा है।’ बता दें कि भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 15 अगस्त की शाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। इसके बाद पाकिस्तान के पूर्व ऑफ-स्पिनर सकलैन मुश्ताक ने बीसीसीआई पर आरोप लगाया था। सकलैन ने कहा था कि बीसीसीआई ने धोनी के साथ गलत किया है। धोनी जिस तरह के खिलाड़ी हैं उनको बिना फेयरवेल मैच खेले संन्यास नहीं लेना चाहिए था।
सकलैन ने यह भी कहा था कि धोनी के लाखों-करोड़ों फैंस उन्हें संन्यास के पहले नीली जर्सी में मैदान पर खेलते हुए देखना चाहते थे। धोनी का इस तरह से संन्यास लेना बीसीसीआई की बड़ी हार है। उनका संन्यास इस तरह बिल्कुल भी नहीं होना चाहिए था। साथ ही सकलैन ने धोनी की उनकी नई पारी के लिए शुभकामनाएं भी दी थीं। हालांकि सकलैन चाहते हैं कि माही एक बार फिर से टीम इंडिया के लिए खेलें।