मुल्तान के सुल्तान वीरेंद्र सहवाग की विस्फोटक बल्लेबाजी को कोई नहीं भूल सकता। टेस्ट क्रिकेट में दो ट्रिपल सेंचुरी बनाने वाले इस बल्लेबाज को इस बात कभी फर्क नहीं पड़ता था कि वह कितने रन पर बल्लेबाजी कर रहा है। उनके बेखौफ खेल का अंदाजा इस बात लगाया जा सकता है कि वह 0 पर हों या 294 पर बड़ा शॉट लगाने की कोशिश करने से नहीं कतराते थे। 20 अक्टूबर 1978 को दिल्ली के नजफगढ़ में जन्में वीरू गुरुवार को 44 साल के हो गए। इस अवसर पर उन्हें फैंस के साथ-साथ साथी खिलाड़ियों ने बधाई दी। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने उन्हें काफी खास अंदाज में बर्थ विश किया।

सहवाग के ओपनिंग पार्टनर रहे तेंदुलकर ने ट्वीट करके कहा, ” चौके पर चौका मारते हुए 44 पर पहुंच गए। अब 44 से 50 के लिए 6 बनता है। हैपी बर्थडे वीरू!” तेंदुलकर का ट्वीट सहवाग की बेखौफ बल्लेबाजी शैली की ओर इशारा करती है। वह जब भी शतक या अर्धशतक के करीब पहुंचते थे छक्का लगाने की कोशिश करते थे। उन्होंने साल 2004 में पाकिस्तान के खिलाफ मुल्तान में पहला तिहरा शतक लगाया था। उन्होंने 294 पर पहुंचने के बाद छक्का लगाया था।

तेंदुलकर को बर्थडे विश पर सहवाग ने कहा शुक्रिया

इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट के बाद वीरेंद्र सहवाग ने सोशल मीडिया पर अपने पोस्ट से धूम मचा रखी है। यहां भी शैली वैसी है। लोगों को उनका पोस्ट काफी पसंद आता है। बहरहाल उन्होंने दिग्गज तेंदुलकर को बर्थडे विश पर शुक्रिया कहा है। उन्होंने रिप्लाई में लिखा, ” आपके साथ होते हुए कहां ऐसा रिस्क ले सकते हैं पाजी। जब 295 का हो जाउंगा आप इजाजत तो तभी देंगे। शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद। पाजी आपकी मौजूदगी से सफर काफी आसान हो गया।”

सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग की ओपनिंग जोड़ी

बता दें कि वनडे क्रिकेट में सबसे सफल ओपनिंग जोड़ी में सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग शुमार थे। दुनिया का कोई भी बॉलिंग अटैक इस जोड़ी से खौफ खाता था। तेंदुलकर एकदिवसीय क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले दुनिया के पहले मेंस क्रिकेटर थे। वहीं सहवाग ऐसा करने वाले दूसरे क्रिकेटर थे। साउथ अफ्रीका के खिलाफ 2010 में तेंदुलकर ने नाबाद 200 की पारी खेली थी। वहीं 2011 में सहवाग ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 219 रनों की पारी खेलकर मास्टर ब्लास्टर का वनडे क्रिकेट मैच में सर्वोच्च स्कोर का रिकॉर्ड तोड़ दिया था। अब यह रिकॉर्ड रोहित शर्मा के नाम है।