दुनिया के ऑलटाइम ग्रेट बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को आउट करना हर गेंदबाज का सपना होता था। तेंदुलकर ने शेन वॉर्न से लेकर मुथैया मुरलीधरन जैसे स्पिनर्स, शोएब अख्तर से लेकर ब्रेट ली जैसे तेज गेंदबाजों की जमकर धुनाई की है। तेंदुलकर घरेलू क्रिकेट में कभी शून्य पर आउट नहीं होते थे, लेकिन 2009 में ऐसा हो गया। उन्हें 19 साल के एक नए तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने आउट किया। तेंदुलकर के करियर में यह पहला मौका था जब वे घरेलू क्रिकेट में खाता नहीं खोल सके। इस विकेट के बाद भुवनेश्वर का नाम तेजी से उछला। भारतीय क्रिकेट में उनकी चर्चा होने लगी।

भुवनेश्वर ने उस मैच के बारे एक इंटरव्यू में बताया था। उन्होंने स्पोर्ट्स एंकर गौरव कपूर के यूट्यूब चैनल ‘ऑकट्री स्पोर्ट्स’ को दिए इंटरव्यू में उस मैच की स्टोरी बताई। भुवनेश्वर ने कहा, ‘‘उस पल की शुरुआत मैच की सुबह से हुई थी। जिस फ्लोर पर मेरा रूम था, उसी फ्लोर पर उनका रूम था। जब मैं रूम से बाहर निकला तो देखा कोई आदमी अपना रूम बंद कर रहा है। मैं मुड़ कर देखा तो वो आदमी सचिन तेंदुलकर थे। मैं लिफ्ट में उनके साथ गया। उस दौरान भी उनको देखे जा रहा था। ग्राउंड फ्लोर आया तो वो निकले। उन्होंने कहा ऑल द बेस्ट। वो दूसरी तरफ गए और मैं दूसरी तरफ। मेरे दिमाग में ग्राउंड पर वही पूरा सीन चल रहा था। जब वो ड्रेसिंग रूम से मैदान पर आ रहे थे। तब भी मैं उन्हीं को देखे जा रहा था।’’

भुवनेश्वर ने आगे कहा, ‘‘उन्होंने क्रीज पर गार्ड लिया। फिर भी मैं उन्हीं को देख रहा था। आमतौर पर मैं बल्लेबाज को आउट करने या उसे कौन सी गेंद डालनी यह सोचता हूं, लेकिन उस दिन मैं सिर्फ उन्हें देख रहा था। फिर मैंने गेंद की और वे आउट हो गए। मुझे लंबे समय तक इस पर ध्यान ही नहीं गया। शाम को ध्यान आया कि मैंने कुछ बड़ा कर दिखाया है। क्रिकेट में गेंदबाजों को कई विकेट बस ऐसे ही मिल जाती है। उस विकेट का क्रेडिट मोहम्मद कैफ भाई को जाता है। वे टीम के कप्तान थे। उन्होंने अंतिम समय में फील्डिंग में बदलाव किया था। जिस जगह सचिन आउट हुए वह न तो शॉर्ट लेग था और ना ही मिडविकेट। स्लिप से फिल्डिंग सेट करते वक्त उन्होंने हमारे टीम के साथी शिवाकांत शुक्ला को शॉर्ट लेग और मिडविकेट के बीच में खड़े होने के लिए कहा।’’

भुवी ने आगे बताया, ‘‘शिवकांत शॉर्ट लेग से दो कदम पीछे हो गए। अगर वो शॉर्ट लेग पर होते तो कैच नहीं पकड़ पाते। वो विकेट मेरे नाम था, लेकिन कैफ भाई ने जिस तरह फिल्डिंग लगाई थी उसका नतीजा भी था।’’ उत्तर प्रदेश की ओर से खेलते हुए भुवनेश्वर ने अपने स्पैल की 14वीं गेंद पर सचिन तेंदुलकर को आउट किया था। दाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज की कटर सचिन के बल्ले का अंदरूनी किनारा लेते हुई पैड से टकराई और हवा में उछल गई। डीप शॉर्ट लेग पर खड़े शिवकांत ने उनका कैच लिया।