भारत के पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर संजय मांजरेकर का मानना है कि वनडे कप्तान रोहित शर्मा अपने टेस्ट रिकॉर्ड के कारण भारत के सर्वकालिक महान बल्लेबाजों की सूची में फिट नहीं बैठते। रोहित ने हाल ही में इंग्लैंड दौरे से पहले इस टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी। रोहित ने 67 टेस्ट मैच खेलने के बाद संन्यास ले लिया और 40.57 के औसत से 12 शतकों और 18 अर्द्धशतकों सहित 4301 रन बनाए।
दूरदर्शन के क्रिकेट शो पर मांजरेकर ने रोहित को लेकर सनसनीखेज बयान दिया। उन्होंने रोहित की सफेद गेंद के प्रारूप में निस्वार्थ नेतृत्व क्षमता और टीम के हित को निजी हित से ऊपर रखने के लिए प्रशंसा की। हालांकि, उन्होंने कहा कि रोहित की जगह सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली जैसे खिलाड़ियों की सूची में नहीं बनती क्योंकि टेस्ट क्रिकेट को ज्यादा महत्व दिया जाता है।
क्या बोले मांजरेकर
मांजरेकर ने दूरदर्शन पर प्रसारित ग्रेट इंडियन क्रिकेट शो में कहा, “भारत के सर्वकालिक महान बल्लेबाजों की सूची में रोहित शर्मा शामिल नहीं हैं क्योंकि हम गावस्कर, तेंदुलकर, द्रविड़ और विराट जैसे दिग्गजों की बात कर रहे हैं। रोहित इस सूची में फिट नहीं बैठते, लेकिन अगर आप वनडे क्रिकेट, निस्वार्थता या कप्तानी को देखें, तो आपको रोहित शर्मा का जिक्र करना ही होगा। खासकर 2023 विश्व कप के बाद, लोगों का उनके प्रति प्यार एक अलग ही स्तर पर है।
सीमित ओवरों के क्रिकेट में दबदबा
मांजरेकर ने कहा, “लोगों ने देखा कि वह कभी अपने बारे में नहीं सोचते थे। वह टीम के फायदे के लिए अपने हितों का त्याग करने को तैयार रहते थे। यही उनकी असली खासियत है। सीमित ओवरों के क्रिकेट में उनका सहज दबदबा हमेशा से ही सुखद रहा है। उन्होंने एक वनडे पारी में लगभग 300 रन बनाए थे, लेकिन जब आप सर्वकालिक भारतीय बल्लेबाजों की बात करते हैं तो टेस्ट क्रिकेट ज्यादा अहमियत रखता है। मुझे नहीं लगता कि उन्होंने उस प्रारूप में कोई बड़ा प्रभाव डाला।”