भारतीय टेस्ट टीम के दो दिग्गज विराट कोहली और रोहित शर्मा टेस्ट क्रिकेट से रिटायर हो चुके हैं। ये दोनों पिछले साल यानी टी20 वर्ल्ड कप 2024 के जीतने के बाद टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट से भी रिटायर हो गए थे। दोनों खिलाड़ी हालांकि भारत के लिए वनडे खेलते रहेंगे। अब सवाल ये है कि टेस्ट और टी20 से रिटायर होने के बाद क्या रोहित-कोहली बीसीसीआई के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट की ए प्लस कैटेगरी में बने रहेंगे।
ए प्लस कैगेगरी से नहीं हटेंगे कोहली-विराट
आपको बता दें कि बीसीसीआई हर साल अपने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट की घोषणा करता है। इसमें ए प्लस, ए, बी और सी कैटेगरी होती है। इन कैटेगरी के हिसाब से सभी प्लेयर्स की सालाना सैलरी भी तय होती है। भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने पिछले महीने की अपने नए सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट का ऐलान किया था। इसमें विराट और रोहित के साथ जसप्रीत बुमराह और रविंद्र जडेजा ए प्लस ग्रेड में रखा गया था।
चुकी विराट और रोहित अभी भी टीम इंडिया के लिए वनडे में उपलब्ध हैं, इस कारण इन दोनों खिलाड़ी के कॉन्ट्रैक्ट के ग्रेड को नियम के अनुसार नीचे नहीं किया जा सकता है। इन दोनों के ए प्लस कैगेटरी में पिछले साल के प्रदर्शन के आधार पर रखा गया था और अब उनके कैटेगरी में बदलाव नए सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में ही किया जा सकता है।
कोहली-रोहित को मिलती रहेंगी सभी सुविधाएं
कोहली और रोहित के ग्रेड को लेकर बीसीसीआई के सचिन देवजीत सैकिया ने सब कुछ क्लीयर कर दिया। उन्होंने बताया कि विराट कोहली और रोहित शऱ्मा को ग्रेड ए प्लस की कैटेगरी में ही रखा जाएगा। भले ही दोनों ने टी20 और टेस्ट प्रारूप से संन्यास ले लिया हो, लेकिन इसके बावजूद बीसीसीआई उन्हें पहले जैसी सुविधाएं देती रहेगी। इसके पीछे बड़ा कारण ये भी है कि दोनों अब भी भारतीय क्रिेकेकट टीम का हिस्सा हैं।
ए प्लस ग्रेड में शामिल खिलाड़ियों को मिलते हैं 7 करोड़
बीसीसीआई ने पिछले महीने साल 2024-2025 के लिए खिलाड़ियों के वार्षिक अनुबंध की सूची का एलान किया था। इस लिस्ट में कुल 34 खिलाड़ी शािल हैं। चार खिलाड़ियों को ए प्लस ग्रेड में रखा गया जिसमें रोहित और कोहली भी शामिल थे। रोहित शर्मा, विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह और रविंद्र जडेजा को बीसीसीआई के केंद्रीय अनुबंध की ए प्लस श्रेणी में बरकरार रखा था।
बीसीसीआई ए+ ग्रेड में शामिल खिलाड़ियों को सालाना सात करोड़ रुपये देता है, जबकि ए ग्रेड में शामिल खिलाड़ियों को पांच करोड़ और बी ग्रेड में शामिल खिलाड़ियों को तीन करोड़ और सी ग्रेड में शामिल खिलाड़ियों को एक करोड़ रुपये देता है। बीसीसीआई के केंद्रीय अनुबंध की सूची में उन्हीं खिलाड़ियों को जगह मिलती है जो एक साल के अंदर कम से कम तीन टेस्ट, आठ वनडे या 10 टी20 मैच जरूर खेले हों।