भारतीय टीम के दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन टी20 क्रिकेट में और इनोवेशन यानी बदलाव देखना चाहते हैं। वह चाहते हैं कि फुटबॉल की तरह क्रिकेट में भी 2-3 सबस्टीट्यूशन दिया जाए और ग्राउंड का साइज बढ़ा दिया जाए। उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की तरह इंटरनेशनल क्रिकेट में भी इम्पैक्ट प्लेयर नियम के इस्तेमाल की वकालत की।

इम्पैक्ट प्लेयर नियम की मदद से आईपीएल में टीमों को 12 खिलाड़ियों के इस्तेमाल की अनुमति मिलती है। टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली इस नियम की आलोचना कर चुके हैं। इस नियम के आलोचकों का कहना है कि इम्पैक्ट प्लेयर के कारण ऑलराउंडर्स को मौका नहीं मिलता। हालांकि, अश्विन को यह नियम पसंद है। पहले भी वह इस नियम के पक्ष में बोल चुके हैं। अब पत्रकार विमल कुमार को दिए इंटरव्यू में उन्होंने इसे इंटरनेशनल क्रिकेट में भी आजमाने की वकालत कर दी है।

क्या बोले अश्विन

अश्विन से सवाल हुआ कि वह क्रिकेट में क्या बदलाव देखना चाहते हैं। इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा, “थोड़ा और टी20 क्रिकेट में इनोवेशन आ सकता है। जैसे अभी आईपीएल में इम्पैक्ट प्लेयर का कोशिश किया है, वैसे इंटरनेशनल क्रिकेट में कर सकते हैं। टी20 एक स्पोर्ट इसलिए बनाया कि लोगों को एंटरटेन करे और नया-नया ऑडियंस गेम देखने आए। मुझे टी10 वगैरह में इतना इंट्रेस्ट नहीं है। मगर टी20 और इनोवेशन ला सकता है। एक इम्पैक्ट प्लेयर रखा है। मुझे लगता है कि 2-3 सबस्टीट्यूशन वो भी कर सकता है फुटबॉल की तरह। 2-3 सबस्टीट्यूशन देकर ग्राउंड का साइज बढ़ा दो यार।”

ऑलराउंडर को कौन रोक रहा?

अश्विन ने इम्पैक्ट प्लेयर नियम की वकालत करते हुए कहा था कि शाहबाज अहमद, शवम दुबे और ध्रुव जुरेल जैसे खिलाड़ियों को भारतीय टीम में मौका कैसे मिलता? इम्पैक्ट प्लेयर नियम नहीं होता तो हो सकता था उन्हें कभी मौका ही नहीं मिलता। कई खिलाड़ी सामने आए हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि ऑलराउंडर को कौन रोक रहा है? आज के दौर में बल्लेबाज गेंदबाजी नहीं करता।