ऑस्ट्रेलिया में 16 अक्टूबर से होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के लिए चुनी गई भारतीय टीम में बतौर स्पिनर युजवेंद्र चहल, रविचंद्रन अश्विन और अक्षर पटेल का चयन हुआ है। वहीं रवि बिश्नोई को स्टैंडबाय में रखा गया है। दाएं हाथ के इस लेग स्पिनर का चयन इसलिए नहीं हुआ क्योंकि टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा एक ऑफ स्पिनर चाह रहे थे। इस वजह से अश्विन को चुना गया। अब बिश्नोई ने टीम में न चुने जाने, रविचंद्रन अश्विन और दिग्गज सुनील गावस्कर के बयान को लेकर प्रतिक्रिया दी है।
स्पोर्ट्स तक पर रविचंद्रन अश्विन को लेकर बिश्नोई ने कहा कि वह इस दिग्गज स्पिनर जैसा दिमाग चाहते हैं। उन्होंने कहा कि दिग्गज स्पिनर की क्लास अलग है और वह लगातार प्रयोग करते रहते हैं। उन्होंने कहा, “अश्विन भैया का एक अलग क्लास है। जिस तरह से अपने दिमाग का इस्तेमाल करके प्रयोग करते रहते हैं, मैं सोचता हूं चीजों को कोई इतनी जल्दी कैसे सीख सकता है। मैं उनके जैसा दिमाग चाहता हूं। ”
बिश्नोई के टी20 वर्ल्ड कप टीम में न चुने जाने पर टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने कहा था कि 22 साल के इस स्पिनर को ऐसा प्रदर्शन करना होगी कि उन्हें ड्रॉप करने के बारे में न सोचा जा सके। उन्होंने कहा था, ” उनके पास उम्र पड़ी हुई है। कुछ सालों में एक और टी20 वर्ल्ड कप होना है। भविष्य में बहुत टी20 वर्ल्ड कप होने हैं, जो वह खेल सकते हैं। उन्हें अब इस तरह से प्रदर्शन करना चाहिए कि वह ड्रॉप न हो पाएं। तो इसे देखने का यही एकमात्र तरीका है। वह युवा हैं और उन्हें यह पता होना अच्छा अनुभव है कि वह हर टीम में शामिल नहीं हो सकते।”
गावस्कर के इस बयान पर बिश्नोई ने कहा, “अगर सुनील गावस्कर मेरा समर्थन कर रहे हैं, तो उन्होंने मुझमें कुछ देखा होगा। जब उनके जैसा कोई आपके खेल की तारीफ करता है तो आपको काफी आत्मविश्वास मिलता है।” टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने भी स्वीकार किया कि युवा लेग स्पिनर का टी 20 विश्व कप टीम से बाहर होना दुर्भाग्यपूर्ण था। उन्होंने कहा था, “मुझे बाएं हाथ का स्पिनर, लेग स्पिनर और ऑफ स्पिनर चाहिए था। बिश्नोई चुने जाने के बहुत करीब थे, लेकिन दुर्भाग्य से वह नहीं चुने गए। मैंने सोचा कि आपकी टीम में विविधता होना ज्यादा महत्वपूर्ण है।”