अजिंक्य रहाणे लगभग 13 वर्षों तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक दिग्गज खिलाड़ी रहे हैं। उन्होंने 85 टेस्ट मैच खेले हैं। पांच हजार से ज्यादा टेस्ट रन बनाए हैं। पिछले साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में उनकी टीम इंडिया में वापसी हुई थी। फिर उन्हें वेस्टइंडीज दौरे पर बतौर उपकप्तान ले जाया गया। वह उनका बल्ला कुछ खास नहीं चला। इस सीरीज के बाद ही वह ड्रॉप कर दिए गए।
दक्षिण अफ्रीका दौरे पर श्रेयस अय्यर और केएल राहुल की टेस्ट टीम में वापसी हुई और रहाणे को टीम में जगह नहीं मिली। डब्ल्यूटीसी फाइनल में भी उन्हें टीम में मौका मिला था क्योंकि वह श्रेयस अनफिट थे। रहाणे ने घरेलू क्रिकेट और इंडियन प्रीमियर लीग 2023 (IPL 2023)में शानदार प्रदर्शन किया था। इस वजह से उन्हें लंदन का टिकट मिला। अब भारतीय टीम में वापसी के इरादे रहाणे रणजी ट्रॉफी खेल रहे हैं। वह भारत के लिए 100 टेस्ट खेलना चाहते हैं। वह अपनी कप्तानी में मुंबई को 42वीं बार रणजी ट्रॉफी दिलाना चाहते हैं।
क्या अजिंक्य रहाणे का लक्ष्य
रणजी ट्रॉफी में मुंबई के दूसरे मैच के बाद रहाणे ने कहा, “मेरा लक्ष्य रणजी ट्रॉफी जीतना और 100 टेस्ट मैच खेलने का बड़ा उद्देश्य है। मेरा ध्यान मुंबई के लिए अच्छा प्रदर्शन करने और हर मैच में एक समय में एक कदम उठाने पर है।” आंध्र के खिलाफ सीजन के अपने पहले मैच में शून्य पर आउट होने के बावजूद रहाणे की चतुर कप्तानी से चौथे दिन टीम को जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हालांकि, चुनौतियों कम नहीं थीं। उन्हें फॉलो-ऑन देकर जीत सुनिश्चित करने के लिए अपने गेंदबाजों का प्रभावी ढंग से इस्तेमाल करना था।
आंध्र को फॉलो ऑन देने पर रहाणे क्या बोले
आंध्र को फॉलो ऑन देने पर रहाणे ने कहा, ” यह स्वाभाविक निर्णय था क्योंकि ऐसे अवसर बहुत कम मिलते हैं। यदि आप परिस्थितियों को पढ़ते हैं और सात अंक चाहते हैं… तो यह भविष्य में आपके लिए मददगार होगा क्योंकि आप नहीं जानते कि विकेट कैसा होगा, परिस्थितियां कैसी होंगी, आने वाले मैचों में टीम की फॉर्म कैसी होगी…आप कभी नहीं जानते कि क्या होगा। इसलिए कल मुझे लगा कि अगर गेंदबाज थोड़ा जोर लगाएंगे और हम दो-तीन शुरुआती विकेट ले लेंगे तो हमारे लिए यह आसान हो जाएगा।” 19 जनवरी से तिरुवनंतपुरम में मुंबई का मुकाबला केरल से होगा।