भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड है, लेकिन शायद उससे जुड़े राज्य क्रिकेट संघों के पास बजट का नितांत अभाव है। शायद यही वजह है कि देश के सबसे बड़े घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी के मुकाबलों के दौरान बदइंतजामी दिख ही जाती है। ताजा मामला रणजी ट्रॉफी एलीट ग्रुप में उत्तर प्रदेश और केरल के बीच मैच के दौरान का है।

यह मैच 6 नवंबर 2024 को तिरुअनंतपुरम के थुम्बा में सेंट जेवियर्स कॉलेज ग्राउंड पर शुरू हुआ। इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार, सेंट जेवियर्स कॉलेज ग्राउंड के ड्रेसिंग रूम की सुविधाएं एक बार फिर सवालों के घेरे में हैं। आठ नवंबर 2024 को मैच का तीसरा दिन था। शुक्रवार दोपहर भारी बारिश हुई। इसके बाद ड्रेसिंग रूम की छत से पानी टपकने लगा। तीसरे दिन का खेल भी जल्दी खत्म कर दिया गया।

27 अक्टूबर

यह पहली बार नहीं है जब बीसीसीआई के किसी मैच में बदइंतजामी देखने को मिली है। इससे पहले 27 अक्टूबर 2024 को पटना के मोइनुल हक स्टेडियम में बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने उपले जलाकर पिच सुखाने का देसी जुगाड़ निकाला था। उसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी वायरल भी हुई थी।

ड्रेसिंग रूम की छत से रिस रहा था बारिश का पानी

X (पूर्व में ट्विटर) पर इंडियन एक्सप्रेस की ओर से शेयर किये गए वीडियो में ड्रेसिंग रूम की छत से कई जगहों पर बारिश का पानी रिसता हुआ देखा जा सकता है। ऐसा माना जा रहा है कि रिसाव के कारण कुछ खिलाड़ियों के किट बैग खराब हो गए हैं। रणजी ट्रॉफी के आयोजन स्थलों को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं।

Facebook Live में मनोज तिवारी भी जता चुके हैं नाराजगी

यही नहीं पिछले सीजन में भारत के पूर्व बल्लेबाज मनोज तिवारी ने रणजी ट्रॉफी में बंगाल के लिए अपना आखिरी सीजन खेलते हुए फेसबुक लाइव सेशन में इस मैदान के बारे में अपने विचार साझा किए थे। मनोज तिवारी ने कहा था, ‘हम केरल के खिलाफ मैदान में खेल रहे हैं, स्टेडियम में नहीं। वहां कई साल पहले एक स्टेडियम बना हुआ था। हमें राज्य के बाहरी इलाके में मैदान में खेलने के लिए कहा जा रहा है।’

उन्होंने कहा था, ‘ड्रेसिंग रूम ऐसे हैं कि आप ठीक से रणनीति भी नहीं बना सकते, क्योंकि हमारा ड्रेसिंग रूम और दूसरी टीम का ड्रेसिंग रूम एक दूसरे के इतने करीब हैं कि आप सुन सकते हैं कि दूसरे क्या कह रहे हैं। कोई गोपनीयता नहीं है। मुझे उम्मीद है कि भविष्य में इस पर ध्यान दिया जाएगा।’

प्रथम श्रेणी के मैदान और उनकी बदहाल स्थिति

पिछले कुछ सीजन में प्रथम श्रेणी के मैदानों की सुविधाएं परिस्थितियों से निपटने में उनकी अक्षमता के कारण सुर्खियों में रही हैं। शुरुआती दौर में, रात भर हुई बारिश के कारण इंदौर के होलकर स्टेडियम में कर्नाटक के खिलाफ मध्य प्रदेश के मैच के दूसरे दिन खेल संभव नहीं हो पाया था। चूंकि ग्वालियर भारत और बांग्लादेश के बीच टी20 मैच की मेजबानी कर रहा था, इसलिए एमपीसीए ने होलकर से कवर हटाकर अंतरराष्ट्रीय मैच की मेजबानी करने वाले स्टेडियम को दी थी। नतीजतन, रात भर हुई हल्की बारिश के कारण दूसरे दिन कोई खेल संभव नहीं था।