रणजी ट्रॉफी 2021-22 के फाइनल मैच के तीसरे दिन मध्यप्रदेश की टीम 41 बार की चैंपियन मुंबई के खिलाफ ड्राइविंग सीट पर है। मध्यप्रदेश की टीम दूसरी बार रणजी ट्ऱॉफी के फाइनल में पहुंची है। इससे पहले उसने आखिरी बार 1998-99 में रणजी ट्रॉफी का फाइनल खेला था। मध्यप्रदेश को ड्राइविंग सीट पर पहुंचाने में उसके युवा ओपनर यश दुबे और शुभम श्यामसुंदर शर्मा (Shubham Shyamsunder Sharma) ने अहम भूमिका निभाई।

यश दुबे (Yash Dubey) और शुभम श्यामसुंदर शर्मा दोनों ने शतक लगाए। शुभम शर्मा इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2022 से पहले हुए मेगा ऑक्शन में अनसोल्ड (नहीं बिके) रहे थे। उनका बेस प्राइस 20 लाख रुपए था। शुभम शर्मा 15 चौके और एक छक्के की मदद से 215 गेंद में 116 रन बनाकर आउट हुए।

वहीं, यश दुबे ने 336 गेंद में 133 रन का स्कोर किया। यश ने अपनी पारी के दौरान 14 चौके लगाए। इन दोनों के शतक के दम पर मध्यप्रदेश ने तीसरे दिन का खेल खत्म होने के समय तक 123 ओवर में 3 विकेट पर 368 रन बना लिए थे। कप्तान आदित्य श्रीवास्तव 11 और रजत पाटीदार 67 रन बनाकर नाबाद थे।

इस तरह मध्यप्रदेश पहली पारी के आधार पर मुंबई से सिर्फ 6 रन पीछे है, जबकि उसके 7 विकेट गिरने शेष हैं। मुंबई की पहली पारी 127.4 ओवर में 374 रन पर ऑलआउट हुई थी। उसकी ओर से सरफराज खान ने शतक (243 गेंद, 134 रन, 13 चौके, 2 छक्के) लगाया था।

यश दुबे और शुभम शर्मा के अलावा मध्यप्रदेश की ओर से ओपनर और विकेटकीपर हिमांशु मंत्री ने 31 रन बनाए। उन्होंने 50 गेंद की अपनी पारी के दौरान 3 चौके और 2 छक्के लगाए। रजत पाटीदार ने शुरुआत में तेज हाथ दिखाए। उन्होंने 44 गेंद में ही अपना अर्धशतक पूरा कर लिया था।

हालांकि, बाद में पृथ्वी शॉ की अगुआई वाली मुंबई के गेंदबाजों ने उनकी रफ्तार पर लगाम लगाई। वैसे रजत पाटीदार अच्छी लय में दिख रहे हैं। देखना यह है कि क्या वह चौथे दिन अपना शतक पूरा कर पाते हैं या नहीं। मुंबई की फील्डिंग भी खराब रही। उसने तीसरे दिन के पहले घंटे में कैच टपकाने के साथ नोबॉल भी कीं। मुंबई की ओर से तुषार देशपांडे, शम्स मुलानी और मोहित अवस्थी ने क्रमशः 73, 117 और 53 रन देकर एक-एक विकेट लिए।