मुंबई के लिए शानदार अर्धशतक शार्दुल ठाकुर ने शुक्रवार (23 जनवरी) को कहा कि अगर किसी खिलाड़ी में “गुणवत्ता” है तो उसे चुना जाना चाहिए। शार्दुल की अर्धशतकीय पारी के दमपर मुंबई की टीम जम्मू-कश्मीर के खिलाफ 100 का आंकड़ा पार कर पाई। शार्दुल पिछले कुछ समय से भारतीय टीम से बाहर हैं, लेकिन मुंबई के इस ऑलराउंडर ने घरेलू सर्किट में काफी प्रभावित किया है। गु जम्मू-कश्मीर के खिलाफ मुंबई के खराब बल्लेबाजी प्रदर्शन में वह अकेले चमकने वाले खिलाड़ी थे। उन्होंने 57 गेंदों पर 51 रन बनाए।

शार्दुल ने दिन का खेल खत्म होने के बाद प्रेस से कहा, ” मैं अपनी खूबियों के बारे में क्या कह सकता हूं? दूसरों को इस बारे में बात करनी चाहिए। उन्हें देखना चाहिए कि अगर किसी में खूबी है, तो उसे ज्यादा मौके दिए जाने चाहिए। मुझे मुश्किल हालात में बल्लेबाजी करना पसंद है। आसान हालात में तो हर कोई अच्छा प्रदर्शन करता है, लेकिन मुश्किल हालात में आप कैसा प्रदर्शन करते हैं, यह मायने रखता है। मैं मुश्किल हालात को एक चुनौती के रूप में देखता हूं। हमेशा इस बारे में सोचता हूं कि उस चुनौती से कैसे पार पाया जाए।”

शार्दुल ने भारतीय कप्तान रोहित शर्मा का भी बचाव किया

33 साल के शार्दुल ठाकुर ने जम्मू-कश्मीर के खिलाफ अपनी पारी में 5 चौके और 2 छक्के लगाए। उनकी इस पारी के दमपर 47 रन पर 7 विकेट गंवाने वाली मुंबई की टीम 120 कर पहुंच पाई। शार्दुल ने भारतीय कप्तान रोहित शर्मा का भी बचाव किया, जो रणजी ट्रॉफी में वापसी करते हुए असफल रहे थे। उन्होंने कहा कि मुंबई क्रिकेट के प्रति उनका जुनून बरकरार है।

शार्दुल ने रोहित को लेकर क्या कहा?

शार्दुल ने रोहित को लेकर कहा, “वह हमेशा मुंबई क्रिकेट के प्रति जुनूनी रहते हैं। जिस तरह से हमने किशोरावस्था में मैदानी क्रिकेट खेलते हुए कठिनाइयों का सामना किया है, हर मुंबईकर मुंबई क्रिकेट के प्रति इतना जुनूनी है कि भले ही वह भारत के लिए खेल रहा हो, लेकिन वे मुंबई टीम को फॉलो करते हैं। वापस आने पर कोई इस तरह खेलता है जैसे कि वो इस टीम का हिस्सा हों। वो पूरे दिल से खेलते हैं। मुझे लगे रोहित अपने जोन में बल्लेबाजी कर रहे थे। जैसा कि आपने कहा, वह ज्यादा प्रयास नहीं कर रहे थे। वह बस चीजों को सरल बनाए रख रहे थे, लेकिन हां नई गेंद के खिलाफ एक मौका बनता है और यह कहीं भी जा सकता है।”