रणजी ट्रॉफी फाइनल में मुंबई के बल्लेबाज मुशीर खान ने मंगलवार, 12 मार्च को विदर्भ के खिलाफ वानखेड़े स्टेडियम में 255 गेंदों में शतक जड़ा। वह सचिन तेंदुलकर को पछाड़कर रणजी ट्रॉफी फाइनल में शतक बनाने वाले सबसे कम उम्र के मुंबई के बल्लेबाज बन गए। तेंदुलकर ने ऐसा 29 साल पहले किया था। उनके सामने ही उनका रिकॉर्ड टूटा सरफराज खान के भाई ने पिछले 3 महीने में चौथा शतक जड़ा है।

पहली पारी में 119 रनों की बढ़त लेने के बाद मुंबई दूसरे दिन फिर से बल्लेबाजी करने उतरी। मुशीर और कप्तान अजिंक्य रहाणे ने शीर्ष क्रम के लड़खड़ाने के बाद पारी को संभाला। मुंबई ने पृथ्वी शॉ और भूपेन लेलवानी का विकेट जल्दी आउट खो दिया। इसके बाद रहाणे और मुशीर की जोड़ी ने दिन का खेल खत्म होने तक कोई झटका नहीं लगने दिया। मुंबई ने दिन का खेल खत्म होने तक दो विकेट पर 141 रन बना लिए थे। दोनों ने अपने-अपने अर्धशतक जमाए।

मुशीर का शानदार प्रदर्शन

तीसरे दिन खेल शुरू होने के बाद तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए मुशीर ने रहाणे के 73 रन पर आउट आउट होने के बाद श्रेयस अय्यर के साथ पारी को आगे बढ़ाया। मुंबई की पारी के 90वें ओवर में मुशीर ने तीन मैचों अपना दूसरा प्रथम श्रेणी शतक पूरा किया। बड़ौदा के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मैच के दौरान भारत के बल्लेबाज सरफराज खान के छोटे भाई मुशीर ने अपने पहले प्रथम श्रेणी शतक को दोहरे शतक में बदला था। वह वसीम जाफर के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाले मुंबई के दूसरे सबसे कम उम्र के बल्लेबाज बने थे।

तेंदुलकर के सामने तोड़ा तेंदुलकर का रिकॉर्ड

19 साल और 14 दिन की उम्र में मुशीर ने रणजी फाइनल में शतक बनाने वाले सबसे युवा मुंबई बल्लेबाज के रूप में तेंदुलकर के रिकॉर्ड को तोड़ा। अपने 22वें जन्मदिन से एक महीने पहले तेंदुलकर ने 1994-95 सीजन के फाइनल में पंजाब के खिलाफ दोहरा शतक जड़ा था। उन्होंने अपनी टीम को खिताब दिलाया था। संयोग से वानखेड़े में विदर्भ और मुंबई के बीच फाइनल मैच में तेंदुलकर स्टैंड में उपस्थित थे।