एशिया कप 2023 की शुरुआत के साथ ही राहुल द्रविड़ का भारतीय टीम के कोच तौर काउंटडाउन शुरू हो गया है। नवंबर 2021 में दो साल के लिए इस महान क्रिकेटर को जब कोच बनाया गया था, तब उम्मीद की गई थी कि मेन इन ब्लू को वह शिखर पर पहुंचाएंगे। टीम एक के बाद एक खिताब जीतेगी, लेकिन हुआ इसके उलट।

बड़े टूर्नामेंट्स में टीम ने काफी खराब प्रदर्शन किया। अब राहुल द्रविड़ के पास कोच के तौर पर 81 दिन का समय है। इसमें उनके सामने है एशिया कप 2023 और वर्ल्ड कप की चुनौती। 30 अगस्त से 19 नवंबर के बीच यह तय होगा कि बतौर कोच राहुल द्रविड़ विरासत में क्या छोड़कर जाएंगे?

पाकिस्तान के खिलाफ मैच से शुरू होगी अग्निपरीक्षा

राहुल द्रविड़ की अग्निपरीक्षा एशिया कप 2023 में पाकिस्तान के खिलाफ 2 सितंबर को मैच से शुरू होगी। बीते साल एशिया कप में रोहित शर्मा की अगुआई वाली टीम का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था। हर कोई भारत को प्रबल दावेदार मान रहा था, लेकिन टीम सुपर-8 से आगे नहीं बढ़ पाई। ग्रुप स्टेज में अजेय रहने के बाद टीम इंडिया को सुपर-8 में पाकिस्तान और श्रीलंका ने हराया।

इस बार एशिया कप वनडे फॉर्मेट में हो रहा है। ग्रुप स्टेज के बाद सुपर-4 और फिर फाइनल होगा। चोटिल खिलाड़ियों के कारण श्रीलंका और बांग्लादेश की हालत देखते हुए भारत फाइनल में पहुंचने का दावेदार जरूर है, लेकिन उसके पास व्यवस्थित प्लेइंग 11 नहीं है।

टीम इंडिया के लिए मिडिल ऑर्डर परेशानी का सबब

बीते समय केएल राहुल, श्रेयस अय्यर और ऋषभ पंत के चोटिल होने के कारण टीम इंडिया के लिए सबसे परेशानी का सबब मिडिल ऑर्डर रहा है। श्रेयस अय्यर चोट से उबरकर वापसी कर चुके हैं, लेकिन केएल राहुल अब तक पूरी तरह फिट नहीं हैं। उन्हें एशिया कप के लिए टीम में चुना गया है, लेकिन पहले दो मैच में वह नहीं खेलेंगे।

केएल राहुल की फिटनेस पर संशय है। ऐसे में सबसे बड़ी परेशानी विकेटकीपिंग की है। इशान किशन यह भूमिका निभाएंगे, लेकिन मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी का उनके पास कुछ खास अनुभव नहीं है। वेस्टइंडीज दौरे पर उन्हें मिडिल ऑर्डर में मौका दिया जा सकता था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। यह कारण है कि एशिया कप जैसे बड़े टूर्नामेंट से पहले टीम इंडिया अनिश्चितता के भंवर में फंसती दिख रही है।

टीम चयन पर उठता रहा है सवाल

पिछले साल-डेढ़ साल में टीम इंडिया के चयन पर खूब सवाल उठे हैं। एशिया कप 2022 और टी20 वर्ल्ड कप 2022 में ऋषभ पंत पर दिनेश कार्तिक को तरजीह देना हो या युजवेंद्र चहल को बाहर बैठना कोच राहुल द्रविड़ और रोहित शर्मा के कार्यकाल में प्लेइंग 11 का चयन हैरानी भरा रहा है। इसी साल वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल की बात है।

टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला और रविचंद्रन अश्विन को नहीं खिलाने के फैसले की खूब आलोचना हुई। एशिया कप 2023 के लिए टीम चयन के दौरान मैनेजमेंट भी फैंस को चौंकने से पीछे नहीं हटा। वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 में शानदार प्रदर्शन के दम पर तिलक वर्मा को मौका दे दिया गया और 13 मैच में 55 से ज्यादा के औसत वाले संजू सैमसन को ट्रैवलिंग रिजर्व के तौर पर रखा गया।

वर्ल्ड चैंपियन बनाने और साख बचाने का दबाव

भारत बीते 10 साल से कोई आईसीसी टूर्नामेंट नहीं जीता है। वर्ल्ड कप जीते हुए 12 साल हो गए हैं। अक्टूबर-नवंबर में वनडे वर्ल्ड कप भारत में ही होना है। ऐसे टीम इंडिया पर वर्ल्ड चैंपियन बनने का 150 करोड़ की आबादी का दबाव है। इससे पहले एशिया कप में उसका लिटमस टेस्ट होगा।

महान खिलाड़ी राहुल द्रविड़ की गिनती महान कोच के तौर पर होगी या नहीं यह अगले 81 दिन में तय हो जाएगा। रोहित शर्मा और राहुल द्रविड़ के नेतृत्व में भारत टी20 विश्व कप 2022, एशिया कप 2022 और डब्ल्यूटीसी (विश्व टेस्ट चैंपियनशिप) फाइनल 2023 जीतने में असफल रहा है।