पाकिस्तान क्रिकेट में एक नया विवाद सामने आया है। इसके लपेटे में प्रधानमंत्री इमरान खान भी आ गए हैं। दरअसल, पाकिस्तान में होने वाले घरेलू टूर्नामेंट के तौर पर डिपार्टमेंटल स्तर पर मैच खेले जाते हैं। कराची सुई-गैस डिपार्टमेंट टीम को बंद कर दिया गया है। इस टीम में शोएब मलिक, मोहम्मद आमिर, बाबर आजम और फवाद आलम जैसे खिलाड़ी खेलते थे। डिपार्टमेंट के खिलाड़ियों ने मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन भी किया। पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज तनवीर अहमद ने इसका विरोध किया और सीधे पीएम इमरान खान को लपेटे में लिया।
तनवीर ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, ‘‘प्रधानमंत्री इमरान खान नहीं चाहते थे कि पाकिस्तान में डिपार्टमेंट क्रिकेट चले। वे खुद इसके लिए खेल चुके है। इससे खिलाड़ियों को परमानेंट जॉब मिलता था। उनके दौर में सबने खूब मजे लिए। हमारे समय में भी लोगों ने इसके मजे लिए, लेकिन हम नहीं चाहते कि ये बंद हो। इस सरकार को चलाने के लिए एक क्रिकेटर आया। उसी क्रिकेटर ने आते ही कह दिया कि डिपार्टमेंट क्रिकेट को बंद कर दिया जाए। मैं उसी क्रिकेटर से पूछना चाहता हूं कि डिपार्टमेंटल क्रिकेट से आपको दिक्कत क्या है?’’
तनवीर ने आगे कहा, ‘‘डिपार्टमेंट क्रिकेट पाकिस्तान क्रिकेट को पैसा देता है। जब पैसा देता है तो इसे बंद करना समझ से परे है। 50-60 सालों से यह चला आ रहा है। लोग अपने बच्चों को इसमें भेजते थे। इससे उनका घर चलता है। अब जो खिलाड़ी 35 साल के बाद कोचिंग स्टाफ में आ गए हैं वे क्या करेंगे? क्रिकेटर क्या करेंगे? हम क्या कर रहे हैं? हम तो ये समझते थे कि ये सरकार आई है तो गरीबों को नौकरी देगी। गरीबों का ख्याल रखेगी। मुझे एक क्रिकेटर के तौर पर लगता है कि अब हम क्रिकेटर नहीं डाकू पैदा करेंगे।’’
तनवीर ने कहा, ‘‘क्रिकेटर अब कहीं खून करने न लग जाए या चोरी करने न लगे। आपने एक सेकंड में उनके मुंह से निवाला छीन लिया। आपके पास कोई दूसरा प्लान नहीं है। आपने उसे कुछ नहीं दिया। बस मुंह उठाके कह दिया कि डिपार्टमेंट क्रिकेट को बंद करो। आपलोग पता नहीं कौन सी दुनिया में रहते हो। गरीबों का गला एक ही बार में घोंट दो। आपलोग चाहते हैं कि बस अमीर लोग बचे रहें। खुद ही गरीबों को खत्म कर दो। हर चीज में गरीब मारा जा रहा है।’’