पाकिस्तान क्रिकेट के मुख्य चयनकर्ता मिस्बाह उल हक ने अपने पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है। इसकी आधिकारिक घोषणा जल्दी की जाएगी। मिस्बाह पिछले साल सितंबर में चीफ सिलेक्टर बने थे। हालांकि, मिस्बाह मुख्य कोच के पद पर बने रहेंगे। उनके द्वारा चुनी गई टीम अगस्त में इंग्लैंड के दौरे पर टेस्ट सीरीज जीतने में सफल नहीं रही थी। टीम को हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि, पाकिस्तानी टीम ने टी20 सीरीज को ड्रॉ जरूर करा लिया था।

ईएसपीएन क्रिकइंफो के मुताबिक, मिस्बाह टीम के पीसीबी के चीफ सिलेक्टर होने के साथ-साथ पाकिस्तानी टीम के मुख्य कोच भी थे। यह हितों के टकराव का मामला भी बन गया था। पीसीबी के नए आचार संहिता के लागू होने के बाद मिस्बाह ने यह फैसला किया है। जब मिस्बाह ने सितंबर 2019 में चयनकर्ता-कोच की दोहरी भूमिका निभाने के लिए हामी भरी थी तब पीसीबी का यह विशिष्ट आचार संहिता नियम नहीं था। इसे जुलाई 2020 में बनाया गया। मिस्बाह ने यह भी कहा है कि उन्होंने दोनों भूमिकाओं में “जबरदस्त दबाव” महसूस किया।

पिछले साल इंग्लैंड में खेले गए विश्व कप में सरफराज अहमद की कप्तानी में पाकिस्तानी टीम सेमीफाइनल तक में जगह नहीं बना सकी थी। इसके बाद पाकिस्तान क्रिकेट ने मिस्बाह को मुख्य कोच के साथ-साथ चीफ सिलेक्टर बनाकर नया प्रयोग किया था। पीसीबी का यह प्रयोग असफल रहा। पाकिस्तान का हालिया प्रदर्शन तीनों फॉर्मेट में खराब हो गया है। पहले टीम टी20 में नंबर एक थी। अब भारत से नीचे चौथे पायदान पर पहुंच गई है।

इससे पहले पीसीबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वसीम खान ने कहा था कि बोर्ड मिस्बाह के एक साल के प्रदर्शन की समीक्षा करेगी। वसीम खान ने कहा था कि वह और चेयरमैन एहसान मनी जल्द ही मिस्बाह के साथ बैठक करके उनके प्रदर्शन के बारे में चर्चा करेंगे। वसीम खान ने कहा था कि हम उनसे भविष्य की योजनाओं, विशेषकर जिम्बाब्वे के खिलाफ आगामी घरेलू सीरीज के बारे में भी पूछेंगे कि उनकी युवा खिलाड़ियों को इस टीम के खिलाफ उतारने की योजना है या नहीं।