वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल (WTC Final) में टीम इंडिया को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। इसके साथ वर्ल्ड चैंपियन बनने का सपना एक बार फिर टूट गया। 10 साल का इंतजार जारी और वनडे वर्ल्ड कप करीब है। दिग्गज राहुल द्रविड़ के कोच बनने और रोहित शर्मा के कप्तान बनने के बाद टीम इंडिया दो बार आईसीसी टूर्नामेंट खेली, लेकिन खिताब नहीं जीत सकी। साल 2022 में ऑस्ट्रेलिया में हुए टी20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया सेमीफाइनल में हारी। इसके बाद हाल ही में उसने इंग्लैंड में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल हार का सामना करना पड़ा। अब इस कोच-कप्तान की अग्निपरीक्षा घर में होगी। बतौर कोच राहुल द्रविड़ का करार वर्ल्ड कप तक है। ऐसे में बतौर कोच यह उनकी आखिरी परीक्षा है।

बतौर खिलाड़ी 24 हजार से ज्यादा रन 48 शतक और लगभग 150 अर्धशतक लगाने वाले राहुल द्रविड़ को ‘द वॉल’ के नाम से मशहूर हैं। बतौर बल्लेबाज बड़े-बड़े गेंदबाजों को पानी पिलाने वाले राहुल द्रविड़ वर्ल्ड चैंपियन नहीं बन पाए। वह 1999, 2003 और 2007 वर्ल्ड कप खेले। 2007 में कैरिबियाई सरजमीं पर खेले वर्ल्ड कप में वह कप्तान थे। सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, सौरव गांगुल, युवराज सिंह और महेंद्र सिंह धोनी जैसे सितारों भरी टीम इंडिया ने उस वर्ल्ड कप में काफी खराब प्रदर्शन किया था। टीम बांग्लादेश और श्रीलंका से हारकर ग्रुप स्टेज से बाहर हो गई थी।

उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे रहुल द्रविड़

खिलाड़ी के तौर पर महान करियर के बाद भी राहुल द्रविड़ वर्ल्ड चैंपियन नहीं बन पाए। साल 2021 के अंत में टीम इंडिया का कोच बने से पहले उन्होंने अंडर-19 टीम के साथ शानदार काम किया था। पृथ्वी शॉ की कप्तानी में टीम वर्ल्ड चैंपियन भी बनी। नेशनल क्रिकेट एकेडमी (NCA) के डायरेक्टर के तौर पर भी उन्होंने काम किया। ऐसे में हर कोई मान रहा था कि रवि शास्त्री के उत्तारधिकारी के तौर पर राहुल द्रविड़ से बेहतर कोई और नहीं हो सकता।

नॉक आउट मैचों में टीम इंडिया का खराब प्रदर्शन

माना जा रहा था कि राहुल द्रविड़ के कोच बनने से टीम इंडिया नई बुलंदियों पर पहुंचेगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। टीम बड़े मैचों में काफी खराब प्रदर्शन करती है। ऐसे में राहुल द्रविड़ के पिछले साल टी20 फॉर्मेट में खेले गए एशिया कप में टीम सुपर-4 से आगे नहीं बढ़ पाई। ऑस्ट्रेलिया में टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में 10 विकेट से हारी। डब्ल्यूटीसी फाइनल में भी उसे 209 रन से हार का सामना करना पड़ा।

घर में वर्ल्ड कप,लेकिन टीम इंडिया फेवरेट नहीं

अब राहुल द्रविड़ के पास बतौर कोच दो बड़े टूर्नामेंट हैं। भारत में अक्टूबर नवंबर में होने वाले वनडे वर्ल्ड कप से पहले सितंबर में एशिया कप होना है। टीम के पास तैयारी के लिए 3-4 महीने का वक्त है। घर में वर्ल्ड कप होने से टीम इंडिया का पलड़ा भारी होगा, लेकिन नॉकआउट मैचों का प्रदर्शन बताता है कि टीम प्रबल दावेदार नहीं होगी। राउंड रॉबिन फॉर्मेट की वजह से अगले दौर में पहुंचना भी कठिन होगा। क्या खिलाड़ी के तौर विश्व विजेता नहीं बन सके राहुल द्रविड़ कोच के तौर पर इस उपलब्धि को हासिल कर पाएंगे?